Thursday, Jun 08, 2023
-->
rar increased from the poster, arvind kejriwal attacked pm modi

पोस्टर से बढ़ी रार, अरविंद केजरीवाल ने PM मोदी पर बोला हमला

  • Updated on 3/25/2023

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। आम आदमी पार्टी ने शहीद दिवस पर गुरुवार को जंतर मंतर पर एक सभा आयोजित कर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ अभियान की शुरूआत की। सभा में दिल्ली-पंजाब समेत कई राज्यों से लोग पहुंचे और पार्टी ने एलान किया है कि 30 मार्च को देश के कोने- कोने में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ के पोस्टर लगाए जाएंगे।

इस दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने देश के लोगों के सामने एक प्रश्न रखते हुए पूछा कि क्या 21वीं सदी के भारत का निर्माण करने के लिए पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री की जरूरत है? क्या एक कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री 21वीं सदी के भारत का निर्माण कर सकते हैं। भारत के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे तो होने ही चाहिए।

उन्होंने कहा कि मोदी जी को भ्रष्टाचार से परहेज़ नहीं है। वो कहते हैं कि खूब भ्रष्टाचार करो लेकिन उनकी पार्टी में आकर करो। दिल्ली में पोस्टर चिपकाने पर हुई एफआईआर पर उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय भगत सिंह ने ख़ूब पोस्टर चिपकाए थे, लेकिन एक एफआईआर नहीं हुई। भगत सिंह को क्या पता था कि 100 साल बाद एक पीएम आएगा जो पोस्टर चिपकाने पर 138 एफआईआर कर देगा।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, वरिष्ठ नेता एवं मंत्री आतिशी और इमरान हुसैन, पंजाब सरकार में मंत्री हरपाल चीमा, बलबीर सिंह, हरभजन सिंह, विधायक दुर्गेश पाठक, जनरैल सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहीदों ने सपना देखा होगा कि एक दिन हमारा भारत आजाद होगा। एक दिन भारत के अंदर सबको अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी, किसान खुश होगा, सबको नौकरी मिलेगी। सबको बराबरी का अधिकार मिलेगा और सबके बीच में प्यार और मोहब्बत होगी। चोरी-डकैती, छिनैती, मारपीट और हत्या हो जाए तो भी एफआईआर नहीं होती है। पोस्टर चिपकाने के जुर्म में 24 घंटे के अंदर 138 एफआईआर दर्ज कर 6 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसमें एक प्रिंटर है और बाकी पोस्टर चिपकाने वाले गरीब लोग शामिल हैं। यह क्या चल रहा है? मैं पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री की तबीयत ठीक है? वह बोले मुझे एक भाजपा वाला मिला। उसने बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी जी 18-18 घंटे काम करते हैं और मात्र तीन घंटे ही सोते हैं। मैंने उससे पूछा कि तीन घंटे की नींद से काम नहीं चलता है। एक व्यक्ति को कम से कम छह घंटे की नींद चाहिए होती है। नींद नहीं आती है तो नींद की गोली ले लिया करें और किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा लें। अगर प्रधानमंत्री ठीक से नहीं सोएंगे तो सारा दिन चिड़चिड़े रहेंगे। उनको कभी हंसते हुए नहीं देखा गया है। वो सारा दिन चिड़़चिड़े और गुस्से में रहते हैं कि किसको जेल में डालो। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वो स्वस्थ्य रहें। हमारे देश के प्रधानमंत्री स्वस्थ रहेंगे तभी देश तरक्की करेगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वालों ने मेरे खिलाफ भी पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा दिया है। मेरी पुलिस से विनती है कि किसी को गिरफ्तार मत करना। पोस्टर लगाना जनता का हक है। मैं प्रधानमंत्री से निवेदन करता हूं कि जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनको छोड़ दिया जाए। प्रधानमंत्री को अपना बड़ा दिल दिखाना चाहिए। आज देश की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार है। देश में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार हो गया है। प्रधानमंत्री ने लालकिले से खड़े होकर कहा था कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा। जनता को बहुत अच्छा लगा। अगले ही दिन कांग्रेस के एक बड़े नेता के घर सीबीआई के छापे पड़े और बेहिसाब कैश मिला। उसके अगले दिन वो नेता जाकर प्रधानमंत्री के चरणों में गिर गया और अगले ही दिन भाजपा में शामिल हो गया। इसके अगले ही दिन उसके सारे केस बंद कर दिए। कई नाम लेते हुए वह बोले ये भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल ने कर्नाटक में भाजपा नेता के बेटे का जिक्र करते हुए

कहा कि भाजपा के लोग जब भ्रष्टाचार करते हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। मनीष सिसोदिया के घर, दफ्तर, बैंक लॉकर और गांव में तीन-तीन बार रेड हुई और कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद भी आज तक मनीष सिसोदिया की जमानत नहीं हुई। सत्येंद्र जैन के घर में भी कई रेड हुई और एक पैसा नहीं मिला लेकिन आजतक उनको जमानत नहीं मिली। ये लोग कह रहे हैं कि दिल्ली में शराब घोटाला हो गया। गुजरात के अंदर नकली शराब से अनगिनत लोग मर गए। जबकि गुजरात में शराब बंदी है। इसके बावजूद वहां खुलेआम शराब बिक रही है। अडानी पर भ्रष्टाचार के इतने बड़े-बड़े आरोप लगे लेकिन केंद्र सरकार ने एक जांच करने की हिम्मत नहीं की।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में अगर हमारा भी आदमी भ्रष्टाचार करता है तो हम उसको छोड़ते नहीं है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सरकार चलाते हुए हमें आठ साल हो गए। इन 8 सालों सें हम शहीद भगत सिंह के विचार के अनुसार सरकार चलाने की कोशिश कर रहे है। हर गरीब को अच्छी शिक्षा और हर परिवार के लिए अच्छा इलाज का इंतजाम कर रहे हैं। हमारी पढ़े लिखे लोगों की सरकार, पार्टी है। मैं अफसरों की मीटिंग लेते समय देखाता हूं कि मुख्यमंत्री को पढ़ा लिखा होना कितना जरूरी है। ये अफसर आपको घुमा देते हैं और आपको पता ही नहीं चलता है कि कोई क्या कह गया? अफसर यूं ही फाइलों पर साइन करा लेते हैं। कोई भी बेवकूफ बनाकर चला जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर देश के पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी नहीं होती, जीएसटी ठीक से लागू होता।

उन्होंने कहा मनीष सिसोदिया ने देश के करोड़ों बच्चों के मन में अच्छी शिक्षा मिलने की उम्मीद दी थी, ऐसे शख्स को जेल में डाल दिया। पिछले कुछ दिनों में पंजाब में शांति बहाली और कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए सीएम भगवंत मान ने जितनी परिपक्वता और शांति के साथ जो काम किया है, वो सराहनीय है। एक गोली नहीं चली। भगवंत मान ने पूरी प्लानिंग के साथ जिस तरह से काम किया है, उससे पंजाब और देश का बच्चा-बच्चा कह रहा है कि आम आदमी पार्टी शांति व्यवस्था लागू कर सकती है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी सर्वे में नहीं आती है, सीधे सरकार में आती है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन अंग्रेजों ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी थी। उनको लगता था कि इनको फांसी देने से सब कुछ खत्म हो जाएगा। लेकिन अंग्रेजों ने फांसी उनके शरीर को दी, उनके विचारों को नहीं दे पाए। भगत सिंह को यकीन था कि देश को आजादी मिलेगी। आज भगत सिंह की आत्मा भी कहीं सुन रही होगी कि मेरे सपनों की आजादी को बचाने के लिए कम से कम कुछ लोग तो घर से निकल कर जंतर-मंतर पर एकत्रित हुए। हम मोदी हटाओ, क्यों कह रहे हैं? हमारी उनसे कोई दुश्मनी तो नहीं है। हम इसलिए हटाने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि हमारे सामने हमारा देश बिक रहा है। हमारी पीढ़िंया पूछेंगी कि जब देश बिक रहा था, तो तुम क्या कर रहे थे? हम लोग अगली पीढ़ी की आंखों में आंखें डाल कर कह सकेंकि हम उनके लिए लड़ रहे थे। सांसद संजय सिंह ने जहां अडानी को लेकर सवाल किए वहीं गोपाल राय ने भी जमकर हमले बोले।

comments

.
.
.
.
.