Thursday, Jun 01, 2023
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राज्यसभा: चुनाव में नोटा पर प्रतिबंध की मांग को लेकर बीजेपी सांसदों ने पेश की अलग-अलग तर्क

  • Updated on 11/23/2019

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। लोकसभा (Lok Sabha) में शुक्रवार को मतदान को अनिवार्य बनाने के लिए लाए गए निजी बिल पर बीजेपी सांसदों (BJP MPs) ने कई अलग और दिलचस्प तर्क पेश किए। ये नेटा पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। इस दौरान अभिनेता और सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने कहा कि चुनाव में मिली बड़ी जीत के कारण वे फिल्म छोड़कर सेवा का मार्ग अपनाने के लिए मजबूर हो गए।

वहीं पूर्व मंत्री केंद्रीय पीपी चौधरी ने इस बिल का विरोध करते हुए इसे अभिव्यक्ति का आजादी के खिलाफ बताया। सासंद अजय भट्ट की ओर से पेश किए गए इस बिल पर चर्चा अधूरी रही। 

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नोटा के विकल्प को करना चाहिए खत्म
सासंद कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने नोटा पर प्रतिबंध के पक्ष में कहा कि इस विकल्प को खत्म कर देना चाहिए। लोग नोटा का विकल्प चुनते है और ये किसी के काम नहीं आता। इसके साथ ही उन्होंने जातीय आधार पर मतदान करने पर भी अंकुश लगाने की मांग की। वहीं गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने अनिवार्य मतदान की वकालत की और कहा कि लोगों को अधिकार चाहिए तो वोट करना होगा। 

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अनिवार्य मतदान का व्यवस्था
रविकिशन ने कहा कि अनिवार्य मतदान का व्यवस्था से मत प्रतिशत बढ़ेगा और बड़ी जीत हासिल होगी। उन्होंने कहा कि मुझे गोरखपुर में इतना वोट मिला की मैं पागल हो गया। राजस्थान के अजमेर से बीजेपी सांसद भगीरथ चौधरी ने अनिवार्य मतदान की वकालत की। 

बीजेपी सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि देश का संविधान मतादताओं को वोट डालने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। जबकि लोगों को बाध्य करने की जगह अधिक वोट करने की अपिल करनी चाहिए।  

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