नई दिल्ली/टीम डिजिटल। जहां एक ओर भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई चल रही है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया (Social Media) पर अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया है। इसी बीच एक अफवाह सामने आई कि अखबार को छूने से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ जाता है लेकिन ये पूरी तरह से गलत है। आपके घर पर पढ़े जाने वाला नवोदय टाइम्स (Navodaya Times) अखबार आपके लिए पूरी तरह से सेफ है। इसे पढ़ने से आपको किसी तरह का खतरा नहीं है।
लॉक डाउन को बॉलीवुड का समर्थन, अमिताभ बच्चन ने जोड़े हाथ
क्या कहता है WHO आपको बता दें कि रोजमर्रा की जिंदगी का एक हिस्सा अखबार भी है लेकिन कुछ अफवाहों के चलते लोग अखबार से दूरी बना रहे है जो गलत है क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे सिर्फ एक अफवाह माना है।
Coronavirus: मोदी सरकार की तैयारियों से WHO प्रभावित, प्रशंसा में कही ये बात
बेखौफ हो कर पढ़िए नवोदय टाइम्स कोरोना वायरस (Covid19) संकट में नवोदय टाइम्स अपने पाठकों के प्रति प्रतिबद्ध है। अखबारों के जरिए कोरोना वायरस (कोविड-19) नहीं फैलता। डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइंस के मुताबिक अखबार जैसी चीजें लेना सुरक्षित है। मॉर्डन प्रिंटिंग तकनीक पूरी तरह ऑटोमेटेड है।
कोरोना संकट के बीच आज वाराणसी की जनता से मुखातिब होंगे PM मोदी
ऐसे छपता है आपका नवोदय टाइम्स आपके घर में रोज सुबह पहुंचने वाला नवोदय टाइम्स अखबार की छपाई करते हुए कई तरह की सावधानियां बरती जाती है। इस दौरान अखबार छपने वक्त सभी कर्मचारी वक्त वक्त पर अपने हाथ को साफ करते रहते हैं। इसके साथ ही आपके घर पहुंचने से पहले सभी अखबार को सैनिटाइज किया जाता है। जिससे नवोदय टाइम्स के पाठक सुरक्षित रहें। वहीं आपको बता दें कि अखबार की छपाई ऑटोमेटिक मशीन से की जाती है जो सभी के लिए सुरक्षित है।
लॉकडाउन का पहला दिन: Social Distancing के साथ सामान खरीदते हुए दिखे लोग
समाचार पत्र पढ़ने से कोरोना नहीं होता इसी के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने लोगों को कहा है कि वह अफवाहों पर विश्वास न करें। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा कि समाचार पत्र पढ़ने से कोरोना नहीं होता। समाचार पत्र और कोई भी काम करने के बाद साबुन से हाथ धोना है इतना ही नियम है। समाचार पत्रों से हमें सही खबरें मिलती है। दरअसल, इस वायरस को संक्रमित से स्वस्थ व्यक्ति में पहुंचने के लिए एक सरफेस की जरूरत होती है। वह हवा में या पानी में ट्रैवल नहीं कर सकता। इसलिए लोगों के अंदर डर और भय है कि कहीं अखबार या किसी भी चीज के जरिए ये वायरस उन तक न पहुंच जाए।
देश में हुए लॉकडाउन के मद्देनजर रेल सेवाएं अब 14 अप्रैल तक रहेंगी बंद
अफवाहों पर विश्वास न करें। समाचार पत्र पढ़ने से #CORONA नहीं होता। समाचार पत्र और कोई भी काम करने के बाद साबुन से हाथ धोना है इतना ही नियम है। समाचार पत्रों से हमें सही खबरें मिलती है।#IndiaFightsCoronavirus #WashYourHands #StayAtHomeSaveLives #StayAtHome #COVID19 — Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) March 24, 2020
अफवाहों पर विश्वास न करें। समाचार पत्र पढ़ने से #CORONA नहीं होता। समाचार पत्र और कोई भी काम करने के बाद साबुन से हाथ धोना है इतना ही नियम है। समाचार पत्रों से हमें सही खबरें मिलती है।#IndiaFightsCoronavirus #WashYourHands #StayAtHomeSaveLives #StayAtHome #COVID19
नवोदय टाइम्स एप करें डाउनलोड दिनभर रहें खबरों से अपडेट अपना देश भी कोरोना वायरस के संकट से गुजर रहा है। लिहाजा, लॉकडाउन का पालन करें। घरों में ही रहें। साथ ही नवोदय टाइम्स का ANDROID और iOS ऐप डाउनलोड कर खुद को देश-दुनिया और अपने इलाके की हर पल की खबरों से अपडेट रखें।
यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें
Coronavirus: शोध में सामने आए नये लक्षण, स्वाद क्षमता पर पड़ता है प्रभाव
कोरोना कहर: इटली का ये अस्पताल बना ‘कोरोना अस्पताल’, लाइनों में लगी हैं लाशें
भारत में कितनी लंबी है कोरोना की उम्र, क्या है खत्म होने के आसार? पढ़ें खास रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण से बचाए अपने ऑफिस और फैक्ट्री को, अपनाएं ये आसान तरीके
कोरोना के खौफ के बीच बिहार सरकार का बड़ा फैसला, इन लोगों को होगा सीधा फायदा
कोरोना वायरस से लड़ने की मुहीम में भिड़े लाइफबॉय और डेटॉल, कोर्ट पहुंचा मामला
सनातन धर्म विवाद: हिंदू साधु- संतों ने दिल्ली में किया प्रदर्शन
बिहारः पटना में दलित महिला से दरिंदगी, निर्वस्त्र कर पीटा और किया...
कवच के साथ ही 16 से ज्यादा सुरक्षा उपायों से लैस है नई वंदे भारत
Asian Games 2023: 10 मीटर एयर राइफल टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ...
लोकसभा चुनाव से पहले ABVP की जीत बनेगी BJP की संजीवनी
दुर्गा पूजा, दशहरा, दिपावली, छठ पर नहीं है रेलगाड़ियों में कन्फर्म सीट
रामलीला कमेटियों ने माना BJP का प्रस्ताव, सनातन धर्म विरोधी पुतला दहन...
समाधान के लिए संस्थागत सहयोग जरूरी है: प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़
‘राहगीरी' के लिए कनॉट प्लेस की सड़क बंद करने से व्यापारियों में रोष,...
राहुल गांधी ने पूछा - जातिगत जनगणना से डरते क्यों हैं प्रधानमंत्री...