Saturday, Dec 02, 2023
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relatives kept wandering with the newborn all night, no hospital admitted, death

रात भर नवजात को लेकर भटकते रहे परिजन, किसी अस्पताल ने नहीं किया भर्ती, मौत

  • Updated on 7/25/2023

नई दिल्ली/टीम डिजीटल। गाजियाबाद के जिला महिला अस्पताल से नवजात को सांस लेने में परेशानी होने पर सोमवार रात नोएडा के बच्चा अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन उसे भर्ती नहीं किया, जिसके बाद नवजात को दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। यहां परिजन दिल्ली के कई अस्पतालों में भटकते रहे। लेकिन किसी ने भी नवजात को भर्ती नहीं किया। अगली दिन सुबह परिजन बच्चे को संयुक्त जिला अस्पताल लेकर पहुंचे यहां भी अस्पताल ने पिलखुआ के रामा अस्पताल जाने के लिए बोला। लेकिन रामा अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में नवजात ने दम तोड़ दिया।

मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से बिहार का रहने वाला मोहम्मद आलम पत्नी हसीना खातून के साथ राजनगर एक्सटेंशन की राज गार्डन कॉलोनी में रहता है। उनके रिश्तेदार तैय्यब ने बताया कि सोमवार सुबह करीब साढ़े दस बजे हसीना खातून ने जिला महिला अस्पताल में सामान्य प्रसव के जरिए एक बच्चे को जन्म दिया था। जन्म के समय बच्चे की हालत खराब बताई गई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल की नर्सरी में रखा गया, लेकिन रात में करीब 9 बजे डॉक्टर ने बच्चे की हालत में सुधार नहीं बताते हुए रेफर करने के लिए कहा। 

साढ़े नौ बजे बच्चे को नोएडा सेक्टर-30 बच्चा अस्पताल के लिए रेफर किया गया। एंबुलेंस बच्चे को लेकर वहां साढ़े दस बजे लेकर पहुंची, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे को भर्ती करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद परिजनों के कहने पर बच्चे को दिल्ली के अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद एंबुलेंस रात भर बच्चे को लेकर दिल्ली के एलएनजेपी, कलावती समेत सात अस्पतालों में लेकर गई, लेकिन किसी भी अस्पताल ने नवजात को भर्ती नहीं किया गया। सुबह 6 बजे एंबुलेंस चालक ने उन्हें जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पर छोड़ दिया। 

इसके बाद परिजन नवजात को गाजियाबाद के पुराना बस अड्डा स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। बताया कि अस्पताल में बच्चे को कुछ उपचार दिया गया और संजय नगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। दोपहर करीब तीन बजे संयुक्त अस्पताल की इरमजेंसी में पहुंचे, लेकिन यहां भी स्टाफ  ने बच्चे की हालत गंभीर बताते हुए और उपचार नहीं होना बताया। जिसके बाद परिजनों को पिलखुवा के रामा अस्पताल जाने की सलाह दी। लेकिन कोई एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई। परिजन अपने साधन से बच्चे को रामा अस्पताल लेकर जाने लगे, लेकिन अस्पताल से कुछ दूर पहुंचने पर ही बच्चे ने रास्ते में दम तोड़ दिया। 

मामले की कराई जाएगी जांच 
वहीं, सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है। मामले की जांच करवाई जाएगी। अस्पताल के जिन अस्पतालों से नवजात को रेफर किया गया उन्हें नोटिस जारी कर जानकारी ली जाएगी। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
 

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