नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत में प्रतिवर्ष करीब 1.5 लाख लोग सडक़ हादसों में अपनी जान गंवा देते हैं। इसके अलावा विश्व भर में सभी तरह से होने वाली कुल मौतों में सडक़ हादसों के द्वारा होने वाली मौतों की बड़ी हिस्सेदारी मानी जाती है। हालांकि स्कूली छात्र बड़ी संख्या में प्रतिदिन सडक़ का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें मौजूदा आयु और भविष्य के लिए सडक़ के नियमों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है। इसी को मद्देनजर रखते हुए परिवहन विभाग दिल्ली ने प्रत्येक स्कूल में रोड सेफ्टी क्लब स्थापित करने को कहा है। ताकि छात्रों को सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा सके।
डीएसईयू द्वारका कैंपस में 4 नई लैब का हुआ उद्घाटन
हर जिले का एक स्कूल बनेगा मॉडल, जहां विकसित होगा सेफ स्कूल जोन जिसके बाद निदेशालय ने सभी डीडीई को इस मामले पर कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। परिवहन विभाग ने कहा है कि दिल्ली के 11 जिलों में एक स्कूल ऐसा होना चाहिए जहां सेफ स्कूल जोन विकसित किया गया हो। पहले टियर में शाहदरा, पूर्वी दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और दक्षिण पश्चिम दिल्ली के 22 स्कूलों को चुना है। इन स्कूलों में सरकारी व निजी दोनों तरह के स्कूल शामिल हैं।
Ponniyin Selvan 2 का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज, सिंहासन के लिए फिर...
रामनवमी के शुभ अवसर पर लॉन्च हुआ Prabhas-Kriti की फिल्म 'आदिपुरुष'...
जिस क्षण नेता राजनीति में धर्म का उपयोग बंद कर देंगे, नफरती भाषण...
डीडीसीडी के जैस्मीन शाह के मामले पर उपराज्यपाल ने हाई कोर्ट में रखा...
कर्नाटक के कोलार से ‘सत्यमेव जयते' अभियान शुरू करेंगे राहुल गांधी
सरकार ने कोर्ट में कहा - सहारा समूह की सहकारी समितियों के निवेशकों को...
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने PM मोदी पर ‘भ्रष्टाचारी भगाओ अभियान' चलाने...
केजरीवाल का BJP पर हमला, बोले - ED, CBI ने सभी भ्रष्ट लोगों को एक...
अदालत ने EWS आरक्षण की याचिका पर केंद्र और जामिया यूनिवर्सिटी का रुख...
अगर राहुल अयोग्य हैं तो महिलाओं की भावनाओं को आहत करने के लिए मोदी पर...