Tuesday, Oct 03, 2023
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दक्षिण में और मजबूती में जुटा संघ, समन्वय बैठक के जरिये होगी काम की समीक्षा

  • Updated on 12/21/2021

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दक्षिण भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस)लगातार जनहित से जुड़े कार्य में जुटा है। ऐसे में संघ विभिन्न सामाजिक कार्य के जरिये खुद को दक्षिण में और मजबूती देने व कोरोना काल में किये गए कार्य की समीक्षा को लेकर 5 से 7 जनवरी तक तेलंगाना के भाग्यनगर(हैदराबाद) में समन्वय बैठक करेगा। बताया जाता है कि दक्षिण में संघ उत्तर के मुकाबले अभी और मजबूत हो सकता है, ऐसे में बैठक में इस पर भी विचार हो सकता है कि किस प्रकार के सामाजिक व अन्य कार्य के जरिये संघ लोगों में और अधिक मजबूती हासिल कर सके। 

मोहन भागवत अन्य पदाधिकारियों व स्वयंसेवकों से करेंगे रायशुमारी 

बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले व सभी सह सरकार्यवाह सहित विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी शामिल रहेंगे। माना जा रहा है कि बैठक में कार्य समीक्षा के अलावा संघ आगामी चुनाव, कृषि बिल वापसी और कामगारों की स्थिति आदि को लेकर मंथन करेगा। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वयंसेवकों को भी सजग रहने पर नीति तय की जाएगी।


तीन दिवसीय समन्वय बैठक में संघ के सभी अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारी होंगे शामिल

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के मुताबिक संघ से प्रेरित सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत विविध संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की समन्वय बैठक  5 से 7 जनवरी को होगी। उन्होंने कहा कि यह अखिल भारतीय स्तर की व्यापक समन्वय बैठक वर्ष में एक बार आयोजित होती है। इस बार यह बैठक तेलंगाना में हो रही है, जिसमें सरसंघचालक मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के पांचों सह सरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होंगे।

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आंबेकर ने हालांकि चुनाव अथवा दक्षिण में बैठक से मजबूती देने पर सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है। लेकिन उनके अनुसार बैठक में वर्तमान परिस्थिति के संदर्भ में अपने अनुभवों को साझा करते हुए हर संगठन स्वयं के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी सभी को देंगे। पर्यावरण , परिवार प्रबोधन तथा सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर आवश्यक कार्यों व उन्हें समंवित प्रयासों द्वारा करने पर भी चर्चा संभव है। 

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