Thursday, Jun 01, 2023
-->
Saffronisation of news by making RSS-affiliated agency Prasar Bharati''s sole source: CM Vijayan

RSS से जुड़ी एजेंसी को प्रसार भारती का एकमात्र स्रोत बनाना समाचारों का भगवाकरण: CM विजयन

  • Updated on 2/26/2023

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सार्वजनिक क्षेत्र की प्रसारणकर्ता संस्था प्रसार भारती के खबरों के एकमात्र स्रोत के रूप में कथित रूप से संघ परिवार से जुड़ी एक समाचार एजेंसी को नियुक्त करके ‘खबरों का भगवाकरण' किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हिंदुस्तान समाचार को प्रसार भारती के लिए खबरों का एकमात्र स्रोत नियुक्त करने के केंद्र के फैसले का जिक्र कर रहे थे।

विधानसभा सत्र बुलाने के लिए पंजाब सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाने को विवश होना पड़ा : AAP

  •  

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में विजयन ने कहा कि पीटीआई और यूएनआई जैसी एजेंसियों की सेवा समाप्त करके प्रसार भारती के समाचार स्रोत के रूप में हिंदुस्तान समाचार को नियुक्त करना ‘खबरों का भगवाकरण' करने के समान है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह दूरदर्शन तथा आकाशवाणी को संघ परिवार के तहत लाने का प्रयास है और लोकतंत्र के लिए खतरा है। विजयन ने बयान में दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी शंकर आप्टे ने हिंदुस्तान समाचार की स्थापना की थी जो विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक महासचिव भी थे।

सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की पराकाष्ठा है: AAP सांसद संजय सिंह

उन्होंने आरोप लगाया कि संघ परिवार भाजपा के सत्ता में आने के बाद से प्रसार भारती पर नियंत्रण का प्रयास कर रहा है। विजयन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े प्रकाशनों पांचजन्य तथा ऑर्गेनाइजर के समूह संपादक जगदीश उपासने को प्रसार भारती भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त करने के केंद्र सरकार का 2020 के फैसले से यह बात साफ है।

उन्होंने दावा किया कि इसके अलावा प्रसार भारती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के विजया दशमी भाषण का सीधा प्रसारण किया, लेकिन त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के स्वतंत्रता दिवस भाषण को प्रसारित नहीं किया।

CBI ने सिसोदिया को किया गिरफ्तार : विरोध प्रदर्शन कर रहे AAP नेता हिरासत में

विजयन ने आरोप लगाया कि इन सबसे इस फासीवादी सोच के क्रियान्वयन का संकेत मिलता है कि असहमति का कोई स्वर नहीं सुना जाना चाहिए। उन्होंने देश के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक समाज से लोकतंत्र पर मंडरा रहे इस खतरे को पहचानने और इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। 

सच सामने आने तक अडाणी के बारे में सवाल पूछते रहेंगे : राहुल गांधी 

comments

.
.
.
.
.