Tuesday, Mar 21, 2023
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School education will give employment to children: CBSE

विद्यालयी शिक्षा देगी बच्चों को देगी रोजगार : सीबीएसई

  • Updated on 5/22/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) के 27 हजार स्कूलों में पढ़ रहे तकरीबन 2 करोड़ छात्रों के लिए बोर्ड कौशल आधारित पाठ्यक्रम लाया है। बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि नई शिक्षा नीति रोट लर्निंग की जगह क्षमता आधारित, कौशल आधारित शिक्षा की हिमायत करती है। बोर्ड बच्चों के अंदर व्यावसायिक कौशल एवं सॉफ्ट स्किल्स को विकसित और बेहतर करने का प्रयास कर रहा है।

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छठी स्तर से ही बोर्ड ने शुरू किया है व्यावसायिक कौशल और स्किल विषयों का पाठ्यक्रम 
नवाचार युक्त शैक्षणिक पाठ्यचर्या का उपयोग करते हुए सीबीएसई बच्चों के सहयोगात्मक, अभिव्यक्तिशील, समस्याओं के निदान, रचनात्मक कौशल को प्रमुखता दी जा रही है। बच्चों में जीवन कौशल के बेहतर निर्माण के लिए उनमें लीडरशिप, लचीलापन, पहल करना, उत्पादकता और सामाजिक कौशल को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। विद्यालयी शिक्षा बच्चों  को रोजगार दे सके और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर सके इसके लिए सीबीएसई बोर्ड ने छठी स्तर से ही व्यावसायिक कौशल और व्यावसायिक विषयों को शुरू किया है।

एआई, ब्लॉकचैन, अर्ली चाइल्डहुड केयर, योगा व नर्सिंग जैसे पचासों कौशल कोर्स करा रहा है बोर्ड 
देश के हर बच्चे को कम से कम एक व्यावसायिक विषय लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। एआई, ब्लॉकचैन, अर्ली चाइल्डहुड केयर, योगा, नर्सिंग, टूरिज्म, रिटेल, ऑटोमोटिव, ब्यूटी एंड वेलनेस, मार्केटिंग, हेल्थ केयर, मल्टी मीडिया जैसे महत्वपूर्ण कोर्सेस को वोकेशनल कोर्सेस के रूप में मान्यता दी गई है। बता दें 9वीं-10वीं में 19 और 11वीं-12वीं कक्षा में 39 वोकेशनल विषयों को संचालित किया गया है।

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