Tuesday, Mar 21, 2023
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कोरोना से जंग: वैज्ञानिकों ने बनाया स्पेशल डिवाइस, कोरोना जंग में ऐसे देगा साथ

  • Updated on 4/20/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए न सिर्फ दवाओं का बल्कि लैब में प्रयोग किए जाने वाले यंत्रो का भी इंजीनियरिंग जानकर निर्माण कर रहे हैं। दवाओं/वैक्सीन और खोजों को पूरा करने के लिए कई तरह के माइक्रो-मीनी यंत्रों का लैब में इस्तेमाल किया जाता है।

ऐसे ही एक अति सूक्ष्म यंत्र को कुछ इंजीनियरिंग शोधकर्ताओं ने बनाया है। ये सूक्ष्य लैब यंत्र दवा बना रहे वैज्ञानिकों की सहायता कर सकता है।

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क्या है डिवाइस
यह नया यंत्र बैक्टीरिया या वायरस के दवा प्रतिरोधी तंतुओं को अलग कर सकता है। शोध के दौरान ऐसे सूक्ष्म कणों को पहचान कर अलग कर पाना बड़ा ही कठिन होता है लेकिन अब इस यंत्र के बनने के बाद शोधकर्ताओं को बड़ी आसानी हो जाएगी। कोरोना वायरस के वायरस को लेकर अब कई शोध आसानी से किए जा सकेंगे।

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क्या काम करेगी ये चिप
साइंस डेली में प्रकाशित एक आर्टिकल के अनुसार, रोचेस्टर इंस्टीट्यूट टेक्नॉलॉजी के शोधकर्ता की डू और ब्लांसा लैपिजिको एंसिनास ने इंटरनेशनल टीम के साथ मिलकर एक नया सिस्टम डिजाइन बनाया है। यह एक चिप पर लैब वाला एक माइक्रोफ्लूडिक डिवाइस है जो बीमारियों की बेहतर पहचान करेगा, उन्हें समझेगा और इलाज करने में मददगार होगा।

शोधकर्ता बताते हैं कि किसी भी दवा की खोज के लिए नमूनों का शुद्ध होना बेहद जरुरी है। इसके लिए ही यह डिवाइस काम करेगी। इस डिवाइस से वायरस को ब्लड से बेहतर तरीके से अलग किया जा सकेगा, जिसके बाद कोरोना वायरस जैसी बिमारियों के लिए शोध करना आसान हो जायेगा।

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अब तक का बेस्ट
बताया जा रहा है कि यह डिवाइस इसलिए खास है क्योंकि यह एक विशेष लैब वातावरण देता है। जिसकी वजह से ये कहीं भी अस्पतालों में, या क्लीनिक में प्रयोग किया जा सकेगा। इसकी विशेषता यह है कि ये बाजार में मिलने वाले फिल्टरों की तुलना में तेजी से काम करेगा। इसकी बनावट ही ऐसी है कि यह बेहद सूक्ष्म बैक्टीरिया अणुओं को तेजी से अलग कर देगा।

इस यंत्र के द्वारा शोधकर्ताओं का लक्ष्य केवल बैक्टीरिया और मानव शरीर से प्लाज्मा अलग करना ही नहीं है बल्कि तकनीक दूसरे रिसर्च पर भी काम करेगी। दुनिया में कई ऐसी बीमारी हैं जो संक्रमण के जरिए फैलती हैं। उन बिमारियों का भी इस यंत्र से तोड़ खोजा जा सकेगा।

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