Monday, Dec 11, 2023
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भारत में रोक दिया गया ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का ट्रायल, जानिए क्या हो सकते हैं इसके परिणाम...

  • Updated on 9/10/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना काल (Corona) में अगर इस दुनिया को बेसब्री से किसी चीज का इंतज़ार है तो वो है कोरोना वैक्सीन। दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वैक्सीन बनाई जा रही है, जबकि रूस, चीन, इजराइल, अमेरिका और भारत में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल भी चल रहे हैं।  

इसी बीच, भारत में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है। इसके पीछे सुरक्षा कारणों को वजह माना जा रहा है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में इस वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। जिसे अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मिलने वाले अगले आदेशों तक के लिए रोक दिया गया है। 

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वॉलेंटियर हो गया बीमार 
बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन के शुरूआती नतीजे काफी अच्छे रहे लेकिन पिछले दिनों ब्रिटेन में एक वॉलेंटियर के बीमार पड़ने के बाद इस वैक्सीन के ट्रायल पर ब्रिटेन और अमेरिका में ट्रायल रोक लगा दी गई। जबकि भारत में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल चल रहे थे जिन्हे अब रोक दिया गया है।

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17 जगहों पर ट्रायल
ज्ञात हो कि ऑक्सफोड की इस वैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल भारत में 17 जगहों पर किए जा रहे थे। इस बारे में ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को नोटिस भेज कर सवाल किया है कि उन्हें इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी गई। 

इस वैक्सीन को लेकर पहले और दूसरे ट्रायल में काफी उम्मीदें बंधी थी जिसके बाद कई देशों से वैक्सीन को लेकर टाई-अप हुए। ये वैक्सीन बड़े लेवल पर तैयार की जानी है और सबसे पहले अमेरिका और भारत को इसकी बड़ी खेप भेजे जाने को लेकर डील हुई थी।

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वॉलेंटियर को हुआ सिंड्रोम 
ट्रायल के दौरान बीमार पड़े ब्रिटेन के एक वॉलेंटियर को वैक्सीन देने के बाद ट्रांसवर्स मायलाइटिस हो गया था। ये सिंड्रोम स्पाइनल कॉर्ड को नुकसान पहुंचाने वाला इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम है। अनुमान है कि ये वाइरल इंफेक्शन की वजह से हुआ है। हालांकि इसकी जांच अभी चल रही है। आगे ट्रायल होंगे या नहीं इसका फैसला मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेग्युलेटरी एजेंसी (MHRA) को लेना होगा। 

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जानकारों ने कहा 
जानकारों की माने तो ट्रायल रोकने से भारत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन इससे निराशा हो सकती है। हालांकि ट्रायल अभी रद्द नहीं हुए है सिर्फ रोक दिए गए हैं जो एक रूटीन एक्शन है। वहीँ, वैक्सीन कम्पनी ने भी कहा है कि कई बार बीच में आयी अड़चनों पर काम करने के लिए काम पर रोक लगानी पड़ती है।

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