नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना से जंग जीतने के लिए दिल्ली में बढ़ते लॉकडाउन का असर गरीब प्रवासी मजदूरों पर पड़ रहा है। फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं। लोगों की आय का जरिया ही समाप्त हो गया है। उनके पास घर का किराया देने के पैसे तक नहीं हैं, ऐसे में मजबूर होकर ये लोग अपने गांव जाने के लिए निकल पड़े हैं। आज दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल पर ऐसे लोगों की भीड़ है जो मजूबरन आर्थिक तंगी के कारण इस कोरोना काल में अपने-अपने गांवों को निकल पड़े हैं।
“I am going back to my home in Arrah (Bihar). The company is closed. For how many days we will stay hungry, so that is why I thought that I should go back. My mother is also in serious condition at home,” says Ramji, migrant worker pic.twitter.com/QJygJu9jbK — ANI (@ANI) May 18, 2021
“I am going back to my home in Arrah (Bihar). The company is closed. For how many days we will stay hungry, so that is why I thought that I should go back. My mother is also in serious condition at home,” says Ramji, migrant worker pic.twitter.com/QJygJu9jbK
प्रवासी कामगार रामजी कहते हैं कि मैं आरा (बिहार) में अपने घर वापस जा रहा हूं। कंपनी बंद है। हम कितने दिन भूखे रहेंगे, इसलिए मैंने सोचा कि वापस चला जाऊं। मेरी माँ की भी घर पर हालत गंभीर है।
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लॉकडाउन के बाद से दिल्ली में काबू हो रहा कोरोना बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर लॉकडाउन लगाने के बाद से काबू में आती दिख रही है, लेकिन अब भी सक्रिय मरीजों की संख्या को कम करना बहुत जरूरी है। ऐसे में सरकार ने लॉकडाउन को 24 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। 20 अप्रैल के बाद से दिल्ली में लगातार लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है, जिसके कारण प्रवासी मजदूर की आविजिका बंद हो गई है।
दिल्ली में 5 अप्रैल के बाद पहली बार संक्रमित केस में भारी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली सरकार के आंकड़े के अनुसार सोमवार को 4,524 नए केस सामने आए है। दिल्ली सरकार के मुताबिक रिकवरी में भी वृद्धि हुई है। मालूम हो कि राजधानी में पॉजिटिविटी रेट घटकर 8 फीसदी पहुंच गया है।
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ऑटो टैक्सी चालकों को पांच ₹5000 की सहायता दिल्ली कैबिनेट ने ऑटो टैक्सी चालकों को पांच ₹5000 की सहायता योजना को बीते सप्ताह मंजूरी दे दी है। कोरोना की दूसरी लहर और दिल्ली में लगाए गए लॉकडाउन के चलते ऑटो टैक्सी चालकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार की तरफ से पैराट्रांसिट वाहनों के सभी पीएसवी बैज और परमिट धारकों को ₹5000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
पिछले साल भी 1.5 लाख से अधिक ऑटो टैक्सी चालकों को वित्तीय सहायता के रूप में 78 करोड़ रुपये दिए गए थे। 2020 की योजना के लाभार्थियों को इस बार फिर से आवेदन करने की जरूरत नहीं है। स्थानीय निकायों से सभी चालकों का सत्यापन होगा और उनके आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों में ₹5000 सीधे स्थानांतरित कर दिए जाएंगे।
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