नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कृषि विधेयकों पर विरोध को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने की शिरोमणि अकाली दल (SAD) की घोषणा के एक दिन बाद पार्टी नेता नरेश गुजराल ने रविवार को कहा कि अरुण जेटली (Arun Jaitley) के निधन के बाद पंजाब के मानस को समझने वाला कोई नेता भाजपा में नहीं हैं। अकाली दल के राज्यसभा सदस्य गुजराल ने उम्मीद जतायी कि केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार पंजाब में स्थिति से निपटने में कुछ संवेदनशीलता दिखाएगी।
बिहार चुनावः महागठबंधन में सीटों को लेकर विवाद, कांग्रेस ने की RJD से सम्मान की अपेक्षा
गुजराल ने कहा कि गठबंधन से अलग होने का फैसला पार्टी कैडर से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर किया गया था। उन्होंने कहा कि कैडर-आधारित पार्टी होने के नाते अकाली दल उनकी इच्छाओं का सम्मान करता है। भाजपा के साथ लंबे जुड़ाव के संबंध में उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, अरुण जी (पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली) के निधन के बाद, पंजाब के मानस को समझने वाला भाजपा में कोई नहीं है।’’
अजॉय कुमार का केजरीवाल से मोहभंग, बिहार चुनाव में कांग्रेस को देंगे ताकत
गुजराल ने कहा कि पंजाब में सभी तबकों के लोग कृषि संबंधी विधेयकों के मुद्दे पर काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि स्थिति के हाथ से निकल जाने के पहले इस अंतिम चरण में भी केंद्र, पंजाब की स्थिति से निपटने में थोड़ी संवेदनशीलता दिखाएगा।’’ एक अन्य वरिष्ठ अकाली नेता बलविंदर सिंह भुंडर ने कहा कि अकाली दल और भाजपा के बीच गठबंधन चार दशकों तक जारी रहा लेकिन अब समीकरण बदल गया है।
बॉलीवुड ड्रग्स मामले में राकेश अस्थाना ने ली NCB अधिकारियों के साथ अहम बैठक
उन्होंने कहा, Þहम कांग्रेस के अत्याचारों के खिलाफ लडऩे के लिए एक साथ आए। किसानों और पंजाब के मुद्दों पर हमेशा अकाली दल से सलाह ली गयी। लेकिन अब भाजपा किसानों से संबंधित मुद्दों और पंजाब के बारे में हमारी ङ्क्षचताओं को नहीं सुनती।’’ उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के शासन के विपरीत मौजूदा राजग में सहयोगियों को बहुत महत्व नहीं दिया गया है।
शिवसेना ने राजग छोड़ने पर शिअद की सराहना की शिवसेना ने किसानों के हितों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने पर शिरोमणि अकाली दल की रविवार को सराहना की। हालांकि पार्टी सांसद संजय राउत ने यह भी कहा कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का राजग से अलग होने का फैसला दुखद घटनाक्रम है। शिअद ने शनिवार रात को राजग से अपने संबंध तोडऩे की घोषणा की। वह हाल के वर्षों में भाजपा की अगुवाई वाले राजग से अलग होने वाली तीसरी बड़ी पार्टी है। इससे पहले शिवसेना और तेदेपा भी राजग से अलग हो चुकी हैं।
फडणवीस-राउत मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे से मिले शरद पवार, सियासत गर्म
गत वर्ष शिवसेना ने महाराष्ट्र में सत्ता साझेदारी के मुद्दे पर भाजपा से टकराव के बाद राजग को अलविदा कह दिया था। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता रावत ने ट्वीट किया, 'शिवसेना किसानों के हित में राजग से अपने रिश्ते तोडऩे के अकाली दल के फैसले की सराहना करती है।' इससे पहले यहां पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राउत ने कहा था कि शिवसेना और शिअद राजग के स्तंभ थे।
यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें...
चीन के इस दुर्लभ जीव का मांस है 1 लाख रु. किलो, बढ़ती डिमांड के कारण विलुप्त होने को है ये जीव
Coronavirus की दवा हो सकती है अश्वगंधा, IIT दिल्ली ने किया शोध
दुनिया के इस देश में खाया जाता है चमगादड़ का मांस, कोरोना के बाद भी यहां नहीं रुकी बिक्री
चिलचिलाती गर्मी में, दिव्यांग बेटी को बोरे में रखकर साइकिल से घर जाने को मजदूर हुआ बेबस
कोरोना वायरस को लेकर चीन ने दी अपनी सफाई, दुनिया को बताए ये 6 फैक्ट
हिमाचल में मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, अगले सप्ताह होंगे...
आंदोेलन के 100 वें दिन ट्रैफिक बंद रखेंगे किसान संगठन, KMP एक्सप्रेस...
भाजपा ने अंबानी के घर के पास वाहन मामले की जांच NIA को सौंपने की मांग...
Ind vs Eng 4th Test: पंत के शतक से भारत को पहली पारी में बढ़त
सुब्रमण्यन स्वामी ने श्रीधरन की उम्र को लेकर उठाए सवाल, आडवाणी-जोशी...
बंगाल में रण! प्रेस कांफ्रेंस में ममता ने दिखाया आक्रामक अंदाज, कहा-...
केरलः चुनावी माहौल के बीच उठा संपत्ति विवाद, सीरियन चर्च BJP का...
केंद्र के नियमों में डिजिटल प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्रवाई करने के...
आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में अर्नब गोस्वामी को पेशी से मिली...
TMC ने 291 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी...