नई दिल्ली/टीम डिजिटल। हाथरस गैंगरेप और हत्या के मामले में एक तरफ कांग्रेस यूपी सरकार पर हमलावर है तो वहीँ अब शिवसेना ने भी योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना ने उत्तर प्रदेश में अभी भी जंगल राज होने की बात कही है।
शिवसेना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बढ़ती महिलाओं के प्रति होती अत्याचार की घटनाएं राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र की नाकामी हो भी दर्शाती हैं।
दरअसल, शिवसेना के मुखपत्र सामना में एडिटोरियल में हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए लिखा है। शिवसेना की तरफ से लिखा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी जा चुकी है, फिर भी यूपी में जंगल राज बना हुआ है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं जो राज्य सरकार की नाकामी तो है ही साथ ही केंद्र सरकार की नाकामी को दर्शाती है।
हाथरस केस: स्मृति इरानी का राहुल गांधी पर निशाना, 'हाथरस कूच उनकी राजनीति, जनता खूब समझती है'
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी, लेकिन उत्तर प्रदेश में कोई 'राम राज्य' नहीं है। कानून-व्यवस्था की स्थिति के मामले में यूपी में 'जंगल राज' कायम है। प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार और युवतियों के बलात्कार और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
संपादकीय में कहा, हाथरस में 19 वर्षीय एक युवती के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है। अपने अंतिम बयान में, पीड़िता ने कहा था कि उसके साथ बलात्कार हुआ था। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार अब कहती है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ था। उसके तुरंत बाद, यूपी के बलरामपुर में भी सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं हुई।
हाथरस कांड के बाद योगी सरकार पर भड़के गुलाम नबी, बोले- UP में है कोई सिस्टम ?
शिवसेना ने सामना में यूपी सरकार से पूछा, इस सब के बावजूद, न तो दिल्ली में बैठे शासकों और न ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने कुछ किया। सरकार खुद कहती है कि जब कोई बलात्कार नहीं हुआ था, तो विपक्ष चिल्ला क्यों रहा है। लेकिन अगर महिला का बलात्कार नहीं हुआ था, तो रात में पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार क्यों किया?
शिवसेना ने कहा, इससे पहले, जब अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने योगी आदित्यनाथ के सुरक्षा कवच को वापस ले लिया था, तब संसद में उन्होंने इसका रोना रोया था। अब वह खुद राज्य के सीएम हैं, लेकिन उनके राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
पीड़ित परिवार से मिलने जाते राहुल के साथ पुलिस ने की धक्कामुक्की, जमीन पर गिराया
सामना में कहा गया कि यूपी पुलिस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने से रोक दिया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी को पकड़कर जमीन पर गिरा दिया गया। एक प्रमुख राजनीतिक दल के नेता का इस तरह से अपमान करना लोकतंत्र का सामूहिक बलात्कार है। शिवसेना ने कहा कि देश पहले इतना बेजान और असहाय कभी नहीं था।
नये संसद भवन के उद्घाटन से पहले बढ़ाई गई नई दिल्ली की सुरक्षा
ब्रेस्ट मिल्क से बनी कॉफी सर्व करेगा ये कैफे, प्रचार के बाद सोशल...
5 डोर वाली महिंद्रा थार एसयूवी की लॉन्चिंग हुई पोस्टपोंड, अब अगले...
नीति आयोग की बैठक का बॉयकाट, BJP ने पूछा- मोदी विरोध में कहां तक...
Satya Prem Ki Katha का फर्स्ट सॉन्ग 'नसीब से' Out, कार्तिक-कियारा की...
Special report: आधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस है नया संसद भवन, जानें और...
अधिकारी ईमानदारी, मेहनत से करें काम, उन्हें कोई छू नहीं सकता: वीके...
यासीन मलिक को मृत्युदंड दिलाने के लिए एनआईए उच्च न्यायालय पहुंचा
सेवा विभाग की महिला अधिकारी ने AAP के मंत्री से जताया खतरा, मांगी...
Cannes 2023: व्हाइट परी बन Anushka ने कान्स में किया डेब्यू, खूबसूरती...