Wednesday, Sep 27, 2023
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लंबे समय के बाद इस महिला ने कोरियाई देशों के प्रमुखों को मिलाया

  • Updated on 4/27/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन की मुलाकात ने ऐतिहासिक मिसाल पैदा कर दी है। किम जोंग 1953 में कोरिया युद्ध समाप्त होने के बाद दक्षिण कोरिया जाने वाले पहले नेता बने हैं। ये बात इतिहास में याद की जाएगी, लेकिन इसके पीछे की कोशिशों का श्रेय इन दो नेताओं को नहीं बल्कि एक बेहद खूबसूरत महिला को दिया जाना चाहिए।

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कहते हैं मर्द की कामयाबी के पीछे एक महिला का हाथ होता है, कुछ ऐसा ही हाथ किम जोंग के पीछे है। ये महिला कोई और उनकी बहन है। तानाशाह की यह छोटी बहन किम यो जोंग उनकी सिपहसलाकार है।

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इस यात्रा में उनकी ये बहन साथ थी। उत्तर कोरिया की तरफ से गई नौ सदस्यीय प्रतनिधित्व टीम में किम जोंग के अलावा विदेश मंत्री री योंग और उनकी बहन भी मौजूद थी।

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किम जोंग 1953 में कोरिया युद्ध समाप्त होने के बाद दक्षिण कोरिया जाने वाले पहले नेता बने हैं। यहीं नहीं किम जोंग ने पैदल सीमा को पार कर दक्षिण कोरिया में कदम रखा।

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दोंनों के बीच सीमा पर बने डिमिलिट्राइज जोन यानि डीएमजेड में मुलाकात हुई। बैठक के बाद किम जोंग ने विजिटर्स डायरी में लिखा कि यहां से एक नया इतिहास लिखा जाएगा।

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उन्होंने लिखा, हम शांति स्थापित करने वाले इतिहास के नए अध्याय की शुरूआत कर रहे हैं। दोंनों देशों को इस मुलाकात की अमेरिका ने भी तारीफ की। 

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किम जोंग के एक बड़े भाई भी है, लेकिन उनकी सबसे करीबी यह 30 वर्षीय बहन ही रही, जिन्हें किम जोंग के बाद सबसे बड़ा पद हासिल है।

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