नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि मुख्यमंत्री पद की कुर्सी छोड़ कर नीतीश कुमार के दिल्ली जाने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की नेता राबड़ी देवी से पत्रकारों ने मुख्यमंत्री की एक टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा था, जिसके जवाब में उन्होंने यह कहा। उल्लेखनीय है कि नीतीश, पूर्व मुख्यमंत्री (राबड़ी) के पति लालू प्रसाद के चिर प्रतिद्वंद्वी हैं।
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दरअसल, कुमार की टिप्पणी से अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह उपराष्ट्रपति बनाए जा सकते हैं। कुमार की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राबड़ी देवी ने कहा, ‘‘जाना ही चाहिए। सभी लोग चाहेंगे कि चले जाएं।’’ कुमार ने कहा कि वह राज्य विधानमंडल में दोनों सदनों और लोकसभा के सदस्य रहे हैं और राज्यसभा में एक कार्यकाल से उनका राजनीतिक सफर पूरा हो जाएगा। कुमार ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।
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अगले कुछ महीनों में (उपराष्ट्रपति के तौर पर) वेंकैया नायडू का कार्यकाल खत्म होने के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए कुमार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पसंद बनकर उभरने के बारे में सवाल पूछे जाने पर राबड़ी ने कहा ‘‘अच्छा ही न रहेगा।’’ मीडिया का एक वर्ग में ऐसी खबरें आई हैं कि नीतीश कुमार एक शीर्ष संवैधानिक पद के लिए दिल्ली जा सकते हैं। खबरों में यह भी दावा किया गया है कि वह राज्य में एक नए ‘‘सत्ता हस्तांतरण’’ के फार्मूले के लिए सहमत हो सकते हैं, जहां भाजपा को अपना मुख्यमंत्री बनाने की अनुमति दी जा सकती है।
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भारतीय जनता पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनावों में नीतीश की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की थी। बहरहाल, सबकी नजरें कुमार के अगले कदम पर है जिन्होंने 2020 में एक चुनावी रैली में विधानसभा चुनाव को अपना ‘आखिरी चुनाव’ बताया था।
जो शराब पीतें हैं,वे भारतीय कहलाने के लिए लायक नहीं : नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि जो लोग शराब पीते हैं ‘‘वे महा पापी, महा अयोग्य और भारतीय कहलाने के लायक नहीं हैं।’’ बिहार विधान परिषद में राज्य के सख्त निषेध कानून में संशोधन के लिए पेश विधेयक पर चर्चा के बाद बुधवार को अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग शराब का सेवन करते हैं और बापू की भावनाओं को नहीं मानते, तो हम मानते ही नहीं कि वे हिंदुस्तानी हैं, भारतीय तो है ही नहीं।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘वह काबिल तो है ही नहीं। वह महा अयोग्य और महा पापी है। जो राष्ट्रपिता बापू (महात्मा गांधी) की बात को भी नहीं सुनता तो इसका क्या मतलब निकाला जाए।’’ उन्होंने कहा कि दुनिया भर में शराब का कितना बुरा प्रभाव है, इन सब को समझना चाहिए और इसको लेकर बापू के विचारों को प्रचारित किया जाना चाहिए। नीतीश ने कहा कि जो लोग यह तर्क देते हैं कि शराबबंदी होने से राजस्व का नुकसान हो रहा है यह गलत है।
उन्होंने 2016 में लागू बिहार में पूर्ण शराबबंदी के पूर्व की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जब बिहार में शराब की बिक्री होती थी तो पांच हजार करोड़ रूपये राजस्व आता था पर राज्य में शराबबंदी लागू किए जाने के बाद लोगों को बहुत फायदा पंहुचा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के बाद सब्जी की बिक्री बढ़ गयी है, जिससे उसका उत्पादन भी बढ़ा है। पूर्व में शराब में जो पैसे खर्च किए जाते थे और अब उसे लोग सब्जी खरीदने सहित घर के अन्य कार्य में लगा रहे हैं।
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