नई दिल्ली/टीम डिजिटल। फिरोजपुर से दो बार के विधायक सुखपाल सिंह नान्नू ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी। नान्नू 2002 और 2007 में दो बार फिरोजपुर शहर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीते थे। वह 2012 और 2017 में कांग्रेस के परमिंदर सिंह पिंकी से हार गए थे।
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अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए, नान्नू ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान कई किसानों की मौत के कारण, उनके समर्थक परेशान हैं और उन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले कुछ निर्णय लेना पड़ा। शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने की अटकलों का खंडन करते हुए नान्नू ने कहा कि वह अभी किसी पार्टी में शामिल नहीं होने रहे हैं।
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उन्होंने कहा, 'मैं वही करूंगा जो मेरे कार्यकर्ता कहेंगे।' इससे पहले पंजाब भाजपा के प्रवक्ता अनिल सरीन उन्हें मनाने पहुंचे थे। सरीन ने उनसे बंद कमरे में मुलाकात की। हालांकि, नान्नू नहीं माने और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। नान्नू ने आरोप लगाया कि वर्तमान स्थिति के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
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