ई दिल्ली/ टीम डिजिटल। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उच्चतम न्यायालय अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को खत्म करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं समेत संवैधानिक रूप से महत्वपूर्ण कई मामलों को गति देने में विफल रहा है। उसने अपने मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के ताजा संपादकीय में यह आरोप भी लगाया कि देश की शीर्ष अदालत अपनी न्यायिक जिम्मेदारी को निभाने से पीछे हट रही है।
BHU परिसर में इफ्तार को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन, प्रशासन नाराज
इसमें कहा गया है कि प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन वी रमण ने कहा है कि वह अनुच्छेद 370 को खत्म करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई जुलाई में बहाल करने पर विचार करेंगे। वह 26 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वामपंथी दल ने कहा कि संवैधानिक रूप से महत्वूपर्ण कई मामले उच्चतम न्यायालय के समक्ष विचाराधीन हैं।
RSS प्रमुख भागवत ने सिंधी विश्वविद्यालय स्थापित करने पर दिया जोर
संपादकीय में दावा किया किया गया कि चुनावी बॉन्ड को चुनौती देने वाली याचिकाएं चार साल से अधिक समय से लंबित है और संशोधित नागरिकता कानून को चुनौती देने वाली याचिकाएं दो साल से लंबित हैं, लेकिन कोई विचार नहीं हुआ।
दिल्ली-केंद्र सर्विस कंट्रोवर्सी : विवाद को 5 सदस्यीय पीठ के पास भेजने पर फैसला लेगा सुप्रीम कोर्ट
आज से नई कर व्यवस्था लागू, नए वित्त वर्ष में हुए कई अहम बदलाव, पढ़ें...
प. बंगाल रामनवमी हिंसाः हावड़ा में निषेधाज्ञा अब भी लागू
Odysse Electric ने लॉन्च की सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक, सिर्फ 999 रुपये...
ऑनलाइन ‘प्रेमिका' ने दिल्ली के युवक से डेढ़ लाख रुपये ठगे
जॉर्जिया असम्बेली में ‘हिंदूफोबिया' के खिलाफ प्रस्ताव, कहा- हिंदू...
जानें कौन थे सैयद अब्दुल रहीम, Maidaan में जिनका किरदार निभा रहे हैं...
PM की शैक्षणिक योग्यता की जानकारी मांगने पर CM केजरीवाल पर कोर्ट ने...
MasterChef India 7 के विनर बने नयन ज्योती, ट्रॉफी के साथ मिले इतने...
पाकिस्तान: कराची में खाद्यान्न वितरण केंद्र पर हुई भगदड़ में 12 लोगों...
आकांक्षा दुबे की मौत से पहले का CCTV फुटेज आया सामने, इस शख्स के साथ...