नई दिल्ली/टीम डिजिटल। असम (Assam) में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 'समान विचारधारा' वाले दलों से गठबंधन कर असम में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। यादव ने गुवाहाटी की अपनी पहली यात्रा के दौरान कहा कि वह पहले ही कांग्रेस से बात कर चुके हैं और गठबंधन को औपचारिक रूप देने के लिए एआईयूडीएफ के साथ बाद में बातचीत करेंगे।
Our party used to be a national party, now we want to expand it. Talks on: RJD leader Tejashwi Yadav on alliance formation in Assam for upcoming assembly polls pic.twitter.com/PGGlRRUDex — ANI (@ANI) February 27, 2021
Our party used to be a national party, now we want to expand it. Talks on: RJD leader Tejashwi Yadav on alliance formation in Assam for upcoming assembly polls pic.twitter.com/PGGlRRUDex
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RJD समान दलों से करेगी गठबंधन असम विधानसभा चुनाव में आरजेडी की भूमिका के सवाल पर तेजस्वी यादव कहा कि हम एक राजनीतिक पार्टी हैं और असम और अन्य राज्यों में अपना विस्तार करना चाहते हैं। कितने सीटों पर लड़ना है इसके लिए बातचीत होगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'हम समान विचाराधारा वाले दलों से बात कर रहे हैं।' तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस और एआईयूडीएफ के अलावा राजद अन्य छोटे दलों के संपर्क में भी है।
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हम वहीं लड़ेंगे जहां जीतने की संभावना अधिक- RJD उन्होंने कहा, 'बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के लगभग पांच फीसदी हिंदी भाषी लोग हैं। हमारे पास 11 सीटों पर ऐसे लोगों की संख्या काफी है, लेकिन हम केवल वहीं लड़ेंगे जहां जीतने की संभावना अधिक हो।' राजद के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि वह भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए अन्य चुनाव वाले राज्यों पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी भी जायेंगे। बता दें कि चुनाव आयोग ने घोषणा की कि चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के लिये विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग 27 मार्च को शुरू होगी और 29 अप्रैल तक चलेगी जबकि वोटों की गिनती दो मई को होगी। असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा।
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असम में BJP को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती असम में विधानसभा की 126 सीटें हैं। असम विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो रहा है। इस बार असम में भाजपा को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है। वहां उसका सामना कांग्रेस और एआईयूडीएफ के गठबंधन से है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सालों के कांग्रेस शासन का अंत करते हुए पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सत्ता हासिल की थी।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 60, उसके सहयोगियों असम गण परिषद और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को क्रमश 14 और 12 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस को 26 सीटों पर जीत मिली थी जबकि सांसद बदरूदृदीन अजमल के नेतृत्व वाले एआईयूडीएफ को 13 सीटें मिली थी। भाजपा ने तत्कालीन सांसद सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाया था।
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