नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के छात्रों ने एक ऐसी सेंसर बेल बनाई है जिसे बिना छुए बजाया जा सकता है। कोरोना महामारी के दौरान वस्तुओं को छूने से हो रहे संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ब"ाों ने ये सेंसर बेल बनाई। ताकि घर के बाहर जब कोई आगंतुक आए तो वह बिना छुए भी डोरबेल बजा सके। सेंसर बेल बनाने वाले छात्र आदित्य रावत ने बताया कि कोविड-19 में लगे लॉकडाउन में उन्हें इस तरह की सेंसर बेल बनाने का ख्याल आया। क्योंकि कोरोना वायरस छूने से फैलता है और घरों में कई लोग आते हैं। वो डोर बेल को टच करते हैं जिससे कोविड-19 का प्रसार हो सकता है।
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सेंसर डोर बेल मात्र 599 रुपए में है उपलब्ध आदित्य ने कहा कि हालांकि इस सेंसर बेल(मास्टर बेल) को बनाने में मुझे काफी मशक्कत करनी पड़ी। चिराग एंक्लेव स्थित कौटिल्य राजकीय सर्वोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. सीएस वर्मा ने कहा कि छात्रों ने एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के तहत चल रहे बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम से ये सेंसर बेल बनाई है। मेरे अलावा स्कूल के स्टॉफ और आसपास के कई लोगों ने इस सेंसर बेल को खरीदा भी है। यह मात्र 599 रुपए में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि हम समाज में इसकी व्यापक पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
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