Thursday, Mar 30, 2023
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कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग का असर वार्षिक खीर भवानी मेले पर

  • Updated on 6/9/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग का असर इस बार वार्षिक खीर भवानी मेले पर भी देखने को मिला। इस साल बहुत ही कम श्रद्धालु मेले में नजर आए। कड़ी सुरक्षा के बीच, सैकड़ों तीर्थयात्रियों ने बुधवार को यहां गांदरबल में प्रसिद्ध राग्या देवी मंदिर में वार्षिक खीर भवानी मेला के लिए दर्शन किए।

मंदिर को पूरी तरह से सजाया गया था, कई स्थानीय मुसलमानों ने भी अपने स्टाल लगाए थे। हालांकि सुरक्षा बहुत बड़ी थी लेकिन तीर्थयात्री कुछ ही थे। जैसे-जैसे दिन ढलता जा रहा, श्रद्धालु उदास होकर लौट गए।

हाल ही में टारगेट किलिंग के चलते घाटी में डर का माहौल है। ऐसे में, तीर्थयात्रियों की एक छोटी संख्या ने बुधवार को मंदिर का दौरा किया। ये मंदिर श्रीनगर से लगभग 24 किलोमीटर दूर तुलमुल्ला में है। खीर भवानी का यह वार्षिक मेला अन्यथा हाल के वर्षों में अमरनाथ यात्रा के बाद जम्मू और कश्मीर में सबसे बड़ा हिंदू त्योहार हुआ करता था।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जहां कुछ कश्मीरी पंडित और हिंदू मंदिर गए, वहीं कई कश्मीरी पंडित, खासकर प्रवासी पंडित कर्मचारी दूर ही रहे। यहां तक कि ज्यादातर स्थानीय मुसलमानों द्वारा लगाए गए फूल, मोमबत्तियां और दूध बेचने वाले स्टालों पर भी बहुत कम ग्राहक थे।

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