नई दिल्ली/टीम डिजिटल। देशभर में कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर लगातार जारी है। कोरोना से अब तक 99,77,834 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 1,44,829 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि 95,20,044 इस वायरस को मात दे चुके हैं। देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से अधिक है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 3,10,332 है।
आंकड़ों को देखने के बाद कहा जा सकता है कि भारत में अब तक 60% लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद अब अमेरिका, इटली और जर्मनी समेत अन्य देशों की तरह कोरोना की दूसरी लहर फिर से देश में दिखाई देना मुश्किल है।
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विशेषज्ञ समूह का ये है कहना इस बारे में भारत सरकार के विशेषज्ञ समूह का कहना है कि वो लगातार कोरोना संक्रमण को लेकर गणितीय मॉडल के आधार पर निगरानी रख रहे हैं और उसी के आधार पर कहा जा सकता है भारत में अब दूसरी लहर आने के चांसिस कम हैं।
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फरवरी तक कोरोना होगा निष्क्रिय विषेशज्ञों का मानना है कि अगले वर्ष फरवरी 2021 तक वायरस काफी हद तक निष्क्रिय होने लगेगा और अनुमान के अनुसार केवल 20,000 सक्रिय मरीज ही बचेंगे। इस समूह ने हाल ही में सुपर मॉडल के आधार पर कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर अध्ययन भी किया था।
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ग्रुप में यह हैं शामिल विषेशज्ञों के ग्रुप में सीएमसी वेल्लौर किटी के विशेषज्ञ डॉक्टर गगनदीप कांग, आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर विद्यासागर, भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के प्रोफेसर बिमान बागची, भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता के शंकर पाल और अरूप बोस के अलावा कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर मनींद्र अग्रवाल शामिल हैं।
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मिसिंग केस अधिक वहीं, इस ग्रुप में किये गए अध्ययन में बताया गया है कि देश में कोरोना के मिसिंग केस ज्यादा हैं। इसके पीछे कारण है ठीक से निगरानी न होना, फॉलोअप में कमी होना आदि। अब तक देश में 85 से 90 प्रतिशत तक मिसिंग केस होने का अनुमान लगाया गया है। परिणाम बताते हैं कि रिकवरी दर जिन राज्य में सबसे ज्यादा है वहां मिसिंग मामले भी अधिक हैं।
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विदेशों में मिसिंग मामले हैं कम वहीँ, विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशों में संक्रमण के मिसिंग मामलों की संख्या कम है। यूरोप अमेरिका और इटली में एक-एक कोरोना मरीज पर 10 से 12% मिसिंग मरीज हैं। ऐसे ही फ्रांस, ब्राजील और जर्मनी में भी 20 से 25 मामले प्रति कोरोना संक्रमित मरीज पर मिसिंग मिल रहे हैं।
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