नई दिल्ली/कुमार आलोक भास्कर। भारत (India) और चीन के बीच विवाद गहराता जा रहा है। हालिया खूनी संघर्ष के बाद दोनों देशों की सेना जिस तरह से आपस में भिड़ी और उसके बाद देश भर में चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम ही चल चुकी है। इसके बाद ऐसा लगता है कि शायद ही बातचीत का कई दौर चले लेकिन जो अविश्वास का दीवार बीते 15 दिनों में पैदा हुआ उससे जख्म लंबे समय तक हरे रहेंगे। इसमें अब कोई दो राय नहीं रहा। लेकिन सवाल पैदा होता है कि आखिर बार-बार यह विवाद पैदा क्यों हो रहा,दूसरा चीन के सामने भारत किस तरह की चुनौती पैदा कर दी है?
अपने ही लोगों को धोखे में रख रहा है चीन, सच छिपाने के लिए भारतीय वेबसाइट्स को कर दिया है ब्लॉक
पीएम नरेंद्र मोदी को मिला विपक्षी दलों का साथ
इन सवालों के जवाब जानने के लिये पहले पूर्वी लद्दाख के इन इलाकों को जानना होगा जहां से विवाद पैदा हुआ है। भले ही देश के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश में कांग्रेस जी-जान से जुटी हो और सवाल पर सवाल दाग कर असहज करने की मुहिम ही छेड़ दी है। लेकिन पीएम मोदी को तब बड़ी राहत मिली जब शरद पवार और तमाम विपक्षी दलों ने मौजूदा चीन के तरफ से पैदा किये गए चुनौतियों के क्षण में एकजुटता जाहिर किया उससे कांग्रेस पार्टी ही अलग-थलग पड़ गई है।
59 एप्स बैन से बढ़ी चीन की चिंता, कहा- भारत सरकार पर निवेशकों के अधिकारों की जिम्मेदारी
भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब
वहीं पूर्वी लद्दाख के इन गलवान घाटी और पेंगोंग झील पर पैदा हुए विवाद की बात करें तो भारतीय सेना चीनी सेना से उन्नीस नहीं बीस ही साबित हो रही है। इसमें भी किसी को संदेह नहीं होना चाहिये। एक तरफ भारत ने अपने 20 शहीद जवानों को नम आंखों से विदाई दी तो चीन ने चीनी सैनिकों के मारे जाने तक सूचना उनके परिवारों को नहीं दी। जिससे चीन के भीतर ही असंतोष पैदा हो गया है। यह खोखली और कम्यूनिस्ट पार्टी की अपने देश को पूरे विश्व से बंद करने की कोशिश तब हो रही है जब पूरी दुनिया में सूचना की आवाजाही तेज गति से हो रही है।
देश के नाम संबोधन के दौरान कुछ बड़ा ऐलान करेंगे PM मोदी! इन मुद्दों पर चर्चा संभव
विदेश नीति और रक्षा नीति पर एक सुर जरुरी
ऐसे में भारत के सभी दलों को विदेश नीति और रक्षा नीति पर एक सुर से सुर मिलाते हुए आवाज उठानी चाहिये कि चीन के साथ तभी आर्थिक गतिविधि सामान्य होगी जब सीमा पर शांती रहे और दूसरा यह बंद देश अपने देश को दुनिया के लिये सूचना क्रांति के जरिये पूरी तरह खोले। इस मुहिम में सभी देशों का सहयोग लेना चाहिये।
भारत-चीन तनाव के बीच राहुल गांधी ने साझा किया 'यूपीए vs मोदी सरकार' का ग्राफ
भारत फिंगर-4 से हटने को राजी नहीं
अब जब विवादित जगह की बात करेंगे तो सबसे पहले हमारे सामने पैंगॉन्ग झील के फिंगर-4 से भारतीय सेना पीछे एक इंच नहीं हटने को राजी है। तो वहीं भारत ने एक कदम आगे बढ़ते हुए दावा कर दिया है कि फिंगर-4 हमेशा से भारत के अधिकार क्षेत्र में रहा है,यहां से पीछे हटना नामुमकिन है। साथ ही भारत ने दावा किया है कि फिंगर-8 पर ही LAC है। जबकि दोनों देशों के बीच दूसरा विवाद पीपी- 14 को लेकर है। भारत फिर से दावा करता है कि यहीं पीपी-14 पर से ही LAC गुजरता है।
चाइनीज ऐप्स बैन किए जाने पर सेलेब्स ने दिए कुछ इस तरह के रिएक्शन
LAC पर कैंप गाड़ना संधि का उल्लंघन
आप यहां यह ध्यान रखें कि यहीं पीपी-14 हैं जहां जब हिंसक झड़पे हुई तो उसे खूनी होने में देर नहीं लगी। भारत इसी पीपी-14 पर जब बातचीत के लिये अस्थाई तौर पर कैंप बनाया गया था उसे ही हटाने के लिये चीनी सैनिक से कहा था। क्योंकि दोनों देशों के बीच पहले से ही समझौता है कि LAC पर पेट्रोलिंग के लिये दोनों सेनाएं जाएगी लेकिन कोई भी देश यहां अपना कैंप नहीं लगा सकता।
गलवान घाटी में हुई झड़प पर तीसरे दौर का बैठक जारी, लद्दाख में हो रही है बातचीत
विवाद के हैं कई और क्षेत्र
यहीं नहीं चीन गलवान घाटी और पैंगॉन्ग झील के अलावा चुमार, डेपसांग, डेमचोक, गोगरा, ट्रीग हाईट्स पर LAC के नजदीक कैंप गाड़ने के फिराक में रहती है। जबकि भारत उसे हटाने के लिये दवाब बनाता है तो झड़पें हमें सुनने को मिलती है। लेकिन इतना साफ है कि भारतीय सेना के शौर्य पर पूरे देशवासियों को गर्व है। जिस तरह से LAC पर चीनी सैना के खिलाफ डटकर मोर्चा लिया है वो प्रशंसनीय ही नहीं है बल्कि बेहद संतोष भी किया जा सकता है।
पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का वीडियो देखकर...
शाहबाद डेरी हत्याकांड को लेकर उपराज्यपाल सक्सेना पर बरसे केजरीवाल
पुलिस हिरासत से रिहा हुए पहलवान जल्द करेंगे अपनी अगली रणनीति का ऐलान
भाजपा सरकार बेटी नहीं, बेटी के साथ अपराध करने वालों को बचाती है:...
पहलवानों को जंतर-मंतर के अलावा अन्य उपयुक्त स्थल पर प्रदर्शन की इजाजत...
Adipurush New Song: इंटरनेट पर गूंज रहा है 'राम सिया राम', फैंस हुए...
कांग्रेस आलाकमान मजबूत है, किसी नेता की हिम्मत नहीं कि पद मांगे:...
इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण सच्चा सामाजिक न्याय और सच्चा सेकुलरिज्मः PM...
दिल्लीः साहिल ने साक्षी पर चाकू से किए 40 वार, सिर पत्थर से कुचला
सुनील शेट्टी ने Underworld को लेकर किया Shocking खुलासा, कहा- 'रोज...