नई दिल्ली/टीम डिजिटल। जब हम उम्र के 20वें और 30वें साल में होते हैं तो हममें से अधिकांश लोग कैंसर के बारे में नहीं सोचते। लेकिन हाल के शोध से पता चला है कि 1990 के बाद पैदा हुए लोगों में पहले की किसी भी पीढ़ी की तुलना में 50 साल की उम्र से पहले कैंसर होने की आशंका अधिक है।
द कन्वरसेशन में छपे लैंकेस्टर विश्वविद्यालय की अनुसंधानकर्ता सारा एलिन्सन के लेख के मुताबिक अगर इस उम्र में पांच उपाय जीवन शैली का हिस्सा बना लिए जाएं तो कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
धूम्रपान न करें
धूम्रपान न केवल हर साल फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है बल्कि यह मुंह और गले के कैंसर सहित 14 अन्य प्रकार के कैंसर से भी जुड़ा है। शोध से पता चलता है कि नियमित रूप से धूम्रपान करने वाले 10 में से नौ लोग 25 वर्ष की आयु से पहले धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं। ‘कैंसर रिसर्च यूके’ की अनुशंसा है कि भांग/गांजा के इस्तेमाल और वृषण कैंसर के बढ़ते जोखिम के बीच एक छोटी सी कड़ी के कुछ प्रमाण हैं।
असुरक्षित संबंध बनाने से बचें
एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) जिससे जननांग में गांठ/मस्सा बनता है दुनिया में सबसे आम यौन संचारित संक्रमण है। यह कई प्रकार के कैंसर का कारण भी बन सकता है, जिनमें गर्भाशय ग्रीवा, लिंग, मुंह और गले का कैंसर भी शामिल है। सर्विकल कैंसर की पहचान सबसे अधिक 30-34 आयु वर्ग की महिलाओं में की जाती है। एचपीवी की बढ़ती दर युवा पुरुषों में मुंह के कैंसर में हालिया वृद्धि की व्याख्या कर सकती हैं।
वजन कम करें
अधिक वजन या मोटापे को आंत्र, स्तन, गर्भाशय और अग्न्याशय सहित 13 विभिन्न कैंसर के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है। अतिरिक्त वसा शरीर में सूजन पैदा करता है, जो ट्यूमर के विकास को बढ़ावा देता है तथा कैंसर कोशिकाओं को विभाजित करने में मदद करता है। वसा कोशिकाएं हार्मोन एस्ट्रोजन का भी उत्पादन करती हैं, जो स्तन और गर्भ में ट्यूमर को बढ़ा सकती हैं। इसी वजह से महिलाओं में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
सनस्क्रीन लगाएं
त्वचा कैंसर 40 वर्ष से कम उम्र में पता लगाये जाने वाले सबसे आम कैंसर में से एक है। यह भी पिछले कुछ दशकों में अधिक आम हो गया है। त्वचा कैंसर का प्राथमिक कारण पराबैंगनी विकिरण है - या तो यह सूरज से निकलती है या टैनिंग बेड से।
चूंकि पराबैंगनी विकिरण के प्रभाव संचयी होते हैं, इसलिए सूर्य के सम्पर्क में आने वाले त्वचा के क्षेत्र में कैंसर विकसित होने की सबसे अधिक आशंका होती है। तेज धूप से सुरक्षा का उपाय करके त्वचा के कैंसर से अपनी रक्षा कर सकते हैं।
शराब कम पिएं
शराब जिगर, स्तन और ग्रासनली सहित कई तरह के कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाने के लिए जानी जाती है। हालांकि स्थिति ऐसी है कि आप जितना अधिक पीतें हैं, उतना ही अधिक जोखिम होता है, लेकिन यह भी कहा जाता है कि नियंत्रित शराब पीने से भी दुनिया भर में कैंसर के वार्षिक बोझ में एक लाख मामलों की बढ़ोतरी होती है।
भाजपा से हाथ मिलाने के बजाय मरना पसंद करूंगा : नीतीश कुमार
BBC डॉक्यूमेंट्री बैन : लोग सुप्रीम कोर्ट का कीमती वक्त बर्बाद करते...
बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने अदाणी समूह, जाति गणना का...
अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग का पलटवार, कहा- धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से...
PNB ने किया साफ- अडाणी ग्रुप से संबंधित गतिविधियों पर रखी जा रही नजर
Dasara teaser: दसरा का धांसू ट्रेलर हुआ रिलीज, Puspa को टक्कर देने आ...
शाहरुख खान की Pathaan ने की ऐतिहासिक कमाई, महज 5 दिनों में 500 करोड़...
अगर आप नए और अच्छे Smartphones की तलाश में हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ें
पाकिस्तानः पेशावर की मस्जिद में नमाज के बाद धमाका- 28 की मौत, 143 घायल
Ileana D’Cruz की बिगड़ी तबियत, अस्पताल से फोटो शेयर कर दी हेल्थ अपडेट