Saturday, Dec 09, 2023
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‘महापंचायत’ में भाग लेने के लिए हजारों किसान दिल्ली पहुंचे, यातायात प्रभावित 

  • Updated on 8/22/2022


नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। सोमवार को जंतर मंतर पर बुलायी गई ‘महापंचायत’ में भाग लेने के लिए विभिन्न राज्यों से हजारों किसानों के यहां पहुंचने के कारण गाजीपुर और सिंघू बॉर्डर समेत दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर भारी यातायात जाम देखा गया। विभिन्न संगठनों से जुड़े किसानों के दिल्ली पहुंचने के बीच पुलिस ने शहर के सभी प्रवेश ङ्क्षबदुओं पर बैरिकेड लगा दिए और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन की जांच की जिससे सड़कों पर भारी जाम देखा गया। गाजीपुर, सिंघू और टिकरी सहित विभिन्न सीमाओं के अलावा, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, पालम फ्लाईओवर, अरविंद मार्ग, रिंग रोड (इंद्रप्रस्थ पार्क के पास), गाजियाबाद-वजीराबाद रोड और मुनिरका रोड सहित विभिन्न सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ।   

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  पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलावा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा और केरल जैसे राज्यों के किसान भी ÞमहापंचायतÞ में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे। इस कार्यक्रम का आयोजन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून, कृषि ऋण माफी सहित अन्य मांगों को लेकर किया गया था। कई लोग यहां ठहरने के इरादे से और जरूरी सामान लेकर आए थे। उन्हें जनपथ और उसके आसपास बैठे देखा जा सकता था।लोगों ने किसान एकता के समर्थन में नारे लगाए और केंद्र पर अपने वादों को Þपूरा नहीं करनेÞ का आरोप लगाया। पंजाब से आए किसान माघा निबोरी ने कहा कि वह जरूरत पडऩे पर ठहरने के लिए पूरी तरह से तैयार होकर आया है।उन्होंने कहा, Þहम गरीब किसान हैं। कोई हमारी मदद नहीं कर रहा है। हमारे लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। हमने पिछले साल (कृषि विरोधी कानूनों) के आंदोलन में भी भाग लिया था। सरकार ने हमें आश्वासन दिया था कि वह हमारी मांगों को सुनेगी लेकिन कुछ भी नहीं किया जा रहा है।’’  भारी सुरक्षा उपायों के कारण शहर भर में यातायात प्रभावित रहा। यातायात पुलिस ने यात्रियों को यातायात की स्थिति के बारे में सूचित किया और उन्हें उसके हिसाब से यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा, ‘‘सख्त सुरक्षा व्यवस्था और खतरे की आशंका को देखते हुए कुछ लोगों या प्रदर्शनकारियों को गाजीपुर सीमा पर रोक दिया गया।      

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पुलिस ने ट््वीट कर वाहन चालकों को टॉलस्टाय मार्ग, संसद मार्ग, जनपथ, अशोक रोड, कनॉट प्लेस आउटर सर्कल, बाबा खड़क सिंह मार्ग और पंडित पंत मार्ग से बचने को कहा। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के नेताओं ने दावा किया कि कुछ स्थानों पर किसानों को जंतर-मंतर तक पहुंचने से रोका गया हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस दावे का खंडन किया है।      एसकेएम (गैर-राजनीतिक) संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से टूट कर अलग हुआ समूह है। मोर्चा ने केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर साल भर तक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।  

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   एसकेएम (गैर-राजनीतिक) सदस्य और ‘महापंचायत’ के आयोजकों में से एक अभिमन्यु सिंह कोहाड़ ने कहा कि महापंचायत एक दिवसीय शांतिपूर्ण कार्यक्रम है, जहां एमएसपी पर कानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक 2022 रद्द करने समेत विभिन्न मांगों पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने हालांकि कहा कि पुलिस ने अभी तक जंतर मंतर पर ÞमहापंचायतÞ के लिए अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आ रहे किसानों को रविवार रात रोक दिया गया और जंतर मंतर नहीं पहुंचने दिया गया। उन्होंने कहा कि उन किसानों को गुरुद्वारा बंगला साहिब, रकाबगंज और मोती बाग ले जाया गया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। कोहाड़ ने कहा कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान केंद्र ने किसानों की सभी मांगों पर विचार करने का वादा किया था, लेकिन उसने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, 'इसलिए हम यहां फिर से अपनी मांगें उठा रहे हैं और आंदोलन के लिए भविष्य की रणनीति तैयार कर रहे हैं।'   

 

 


 

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