नई दिल्ली/टीम डिजिटल। टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत इस बार इतिहास रच रहा है। भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने जहां पहले ही दिन भारत को रजक पदक दिला दिया तो वहीं आज तीसरे दिन 25 जुलाई को पीवी सिंधु ने बैडमिंटन का पहला ही मैच जीत कर अपने इरादे साफ कर दिए। सिंधु ने इजरायल की पोलिकारपोवा को जबरदस्त मात दी। मजर 28 मिनट में उन्होंने ये मुकाबला अपने नाम कर लिया। उन्होंने 21-7 और 21-10 से पोलिकारपोवा को हराया।
𝗢𝗡 𝗔 𝗥𝗢𝗟𝗟 🥳 2016 Rio Olympics 🥈 medalist @Pvsindhu1 starts off her @Tokyo2020 campaign on a brilliant note as she comfortably beats 🇮🇱's Polikarpova 21-7, 21-10 in her first match of Group J 🤩#SmashfortheGlory#badminton#Tokyo2020#Cheer4India#TeamIndia pic.twitter.com/XQt6d5TjnL — BAI Media (@BAI_Media) July 25, 2021
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आज टोक्यो ओलंपिक के तीसरे दिन हॉकी, टेबल टेनिस, स्वीमिंग, निशानेबाजी, बॉक्सिंग आदि के भी मुकाबले होने हैं। ऐसे में भारत के पास मेडल बटोरने के कई मौके हैं।
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49 किग्रा वर्ग में भारत को रजत पदक बता दें कि मीराबाई चानू ने शनिवार को यहां 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर ओलंपिक खेलों में भारत के भारोत्तोलन पदक के 21 साल के इंतजार को खत्म किया और देश का खाता खोला। छब्बीस साल की भारोत्तोलक ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) से कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया।
इससे उन्होंने 2016 में रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ दिया जिसमें वह एक भी वैध वजन नहीं उठा सकीं थीं। चीन की होऊ जिहुई ने 210 किग्रा (94 किग्रा +116 किग्रा) के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने 194 किग्रा (84 किग्रा +110 किग्रा) के प्रयास से कांस्य पदक अपने नाम किया।
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चानू ने पहले ही स्नैच प्रयास में 84 किग्रा वजन उठाया स्नैच को चानू की कमजोरी माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने पहले ही स्नैच प्रयास में 84 किग्रा वजन उठाया। मणिपुर इस भारोत्तोलक ने समय लेकर वजन उठाया। उन्होंने अगले प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 89 किग्रा कर दिया जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88 किग्रा से एक किग्रा ज्यादा था जो उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था।
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