Tuesday, Mar 21, 2023
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टूलकिट केस: कोर्ट में दिल्ली पुलिस का जवाब- निकिता और शांतनु के खिलाफ पर्याप्त सबूत

  • Updated on 3/9/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। किसान आंदोलन (Farmers Protest) से संबंधित टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने पटियाला कोर्ट में कहा कि शांतनु मुलुक (Shantanu Muluk) और निकिता जैकब (Nikita Jacob) के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत है। ऐसे में दिल्ली की अदालत ने निकिता जैकब और शांतनु मुलुक को मिली गिरफ्तारी से राहत 15 मार्च तक बढ़ा दी है। 

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निकिता और शांतनु की अग्रिम जमानत 15 मार्च तक बढ़ी
दिल्ली की एक अदालत ने किसानों के प्रदर्शन के संबंध में सोशल मीडिया पर 'टूलकिट' साझा करने के मामले में आरोपी निकिता जैकब और शांतनु मुलुक को गिरफ्तारी से दी गयी राहत मंगलवार को 15 मार्च तक बढ़ा दी। 'टूलकिट' साझा करने के मामले में युवा पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि के साथ जैकब और मुलुक भी आरोपी हैं। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने दोनों आरोपियों को राहत प्रदान की।

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दिल्ली पुलिस ने मांगा था समय
इससे पहले दोनों आरोपियों के वकीलों ने कहा कि मामले में आगे दलीलें रखने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल जवाब पर गौर करने के लिए उन्हें समय चाहिए। न्यायाधीश ने निवेदन को सुना और पुलिस को दोनों आरोपियों के खिलाफ 15 मार्च तक किसी तरह की दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया। उसी दिन अदालत मामले में आगे सुनवाई करेगी। जैकब, मुलुक और रवि पर राजद्रोह समेत अन्य आरोप लगाए गए थे।     

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शांतनु और उसके साथियों के खिलाफ देशद्रोह
शांतनु, दिशा रवि और एक अन्य आरोपी निकिता जैकब के खिलाफ कथित रूप से देशद्रोह समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया था। दिशा रवि को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की एक टीम ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। उसकी पुलिस हिरासत आज समाप्त हो गई है। शांतनु मुलुक और निकिता जैकब फिलहाल ट्रांजिट जमानत पर हैं।

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साइबर सेल दफ्तर में हुई पूछताछ
पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि और इंजीनियर शांतनु मुलुक से किसानों के आंदोलन के समर्थन को लेकर तैयार किए गए ‘टूलकिट’ गूगल डॉक्यूमेंट की जांच के मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस के साइबर सेल दफ्तर में पूछताछ कल हुई। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को रवि को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। पुलिस ने कहा था कि दिशा का मामले में अन्य आरोपियों निकिता जैकब और शांतनु मुलुक के साथ आमना-सामना कराना है।

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निकिता जैकब से भी पूछताछ
निकिता जैकब और मुलुक सोमवार को जांच में शामिल हुए थे। द्वारका में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के दफ्तर में उनसे पूछताछ की गई। पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग द्वारा शेयर किए गए ‘टूलकिट’ गूगल डॉक्यूमेंट की जांच के मामले में दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु की कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया था, जबकि जैकब और मुलुक को अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी थी। पुलिस ने आरोप लगाया था कि कृषि कानूनों के खिलाफ  किसानों के आंदोलन के नाम पर भारत में हिंसा और अशांति फैलाने की साजिश के तहत यह ‘टूलकिट’ तैयार की गई थी।

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