नई दिल्ली। अनामिका सिंह। समाज की मुख्यधारा से दूर रहने वाले ट्रांसजेंडर्स को लेकर खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने स्पेशल ड्राइव की शुरूआत की है। ट्रांसजेंडर्स को खादी ने स्पेशल केटेगरी में रखते हुए उन्हें हायर सब्सिडी प्रदान कर रहा है जोकि एक महिला को दी जाती है। ये सब्सिडी करीब 35 फीसदी है। इस स्पेशल केटेगरी में मिलने वाली सब्सिडी का बेहद फायदा देशभर से सामने आ रहा है। अब ट्रांसजेंडर्स को जहां सम्मान के साथ स्वरोजगार मिल रहा है, वहीं ट्रांसजेंडर्स दूसरे लोगों को भी अपने प्रोजेक्ट के साथ जोड़कर रोजगार प्रदान कर रहे हैं।
देशभर के 22 ट्रांसजेंडर्स उठा चुके हैं लाभ : मनोज कुमार गोयल खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन मनोज कुमार गोयल ने बताया कि अभी तक देशभर के 22 ट्रांसजेंडर्स इस स्पेशल केटेगरी का लाभ उठा चुके हैं और अपने प्रोजेक्ट में 242 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। इनमें ओडिसा, मणिपुर, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, असम, जम्मू-कश्मीर, केरल, मिजोरम, तमिलनाडू, हिमाचल प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से ट्रांसजेंडर्स प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएलईजीपी) से जुड़ रहे हैं और बहुत से जुड़ने बाकी हैं। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल का सबसे बड़ा काम ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाना है, जिसके चलते साल 2022-23 में 8.69 लाख परियोजनाओं की स्थापना कर 73.67 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है और 21870 करोड़ रुपए के लगभग मार्जिन मनी सब्सिडी वितरण किया जा चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि 80 फीसदी से अधिक इकाइयां ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हुई हैं जिनमें 50 फीसदी से अधिक इकाइयों का नेतृत्व एससी-एसटी और महिला उद्यमियों द्यारा किया जा रहा है। कारीगरों की आय में 150 फीसदी की वृद्धि 9 सालों में हुई है। साल 2022-23 में संचयी रोजगार 36 प्रतिशत वृद्धि के साथ 17716288 तक पहुंच गया। इसी तरह से वित्त वर्ष 2013-14 में जहां 5,62,521 नए रोजगार का सृजन हुआ था, वहीं वित्त वर्ष 2022-23 में यह 70 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 9,54,899 पहुंच गया है। कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत अभी तक 25 हजार इलेक्ट्रिक चाक का वितरण किया जा चुका है। वहीं खादी पहली बार मणिपुर में लोटस खादी सिल्क लान्च करने के साथ एनिमल हसबैंडरी लोन भी देने की योजना बना चुका है।
एनआईएफटी के साथ मिलकर कर रहे हैं ड्रेस डिजाइन खादी चेयरमैन ने बताया कि एनआईएफटी के साथ सेंटर फॉर एक्सिलेंस फॉर खादी बनाया गया है जो जेनरेशन के मुताबिक डिजाइनर ड्रेस बनाकर देते हैं। फैशनेबल कपड़ों के जानकार एफडीसीआई के चेयरमैन सुनील सेठी को खादी का ब्रांड एडवाइजर नियुक्त किया गया है। ओएनडीसी प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। खादी कारीगर सम्मेलन के आयोजन के साथ ही खादी संवाद का आयोजन किया जाएगा। पीएमईजीपी का जागरूकता कैंप व अचीवमेंट अवार्ड भी देने की तैयारी कर रहे हैं।
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