नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामलों से जुड़ी संस्था यूएस कमिशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम (USCIRF) ने धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भारत की रैंकिंग को 2004 के बाद से गिरा दिया है। खास बात यह है कि अमेरिकी आयोग ने भारत से बेहतर सूडान और उजबेकिस्तान की तारीफ की है। आयोग ने चीन के हालात पर भी चिंता जाहिर की है, जहां मुस्लिम समुदाय के 1.8 मीलियन लोगों को कॉन्सेंट्रेशन केंपों में रखा गया है।
सैनेटाइजर, मास्क पर GST हटाने की याचिका पर हाई कोर्ट का मोदी सरकार को नोटिस
आयोग ने अपनी रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग गिरने के पीछे नागरिकता संशोधिक कानून और अल्पसंख्यक समुदाय खासतौर पर मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे भेदभाव पूर्ण बर्ताव को बताया है। रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मुस्लिम और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ चलाए गए उत्पीड़न और हिंसा के अभियान ना रोक पाने का भी जिक्र किया गया है।
बैंक डिफॉल्टर्स को लेकर कांग्रेस ने पूछा- क्या BJP को चंदा देने के कारण उनके कर्ज माफ हुए?
हरियाणा : भाजपा सरकार ने नई भर्तियों पर लगाई रोक, कर्मचारियों का LTC भी छीना
बता दें कि इससे पहले भी अमेरिकी आयोग उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे पर चिंता जता चुका है। उस दौरान उसने भारत सरकार से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तेज कार्रवाई करने की गुजारिश की थी। मुसलमानों पर हमले का जिक्र करते हुए यूएससीआईआरएफ ने कहा था कि भारत सरकार को लोगों को सुरक्षा देनी चाहिए, फिर चाहे वे कोई भी धर्म के हों।
गुजरात: सूरत में लॉकडाउन के दौरान कराया काम, मजदूरों ने किया हंगामा
विकास योजनाओं की सौगात देने वाराणसी पहुंचे PM मोदी
JP नड्डा का आरोप- राहुल गांधी का अहंकार बड़ा और समझ बहुत छोटी
शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत ‘बाबा बिरयानी' के मालिक की संपत्ति जब्त
Bheed Review: कोरोना काल की खौफनाक कहानी को दोहराती है 'भीड़'
राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं, सभी के भगवानः फारूक अब्दुल्ला
2020 दिल्ली दंगा मामलाः IB अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या में ताहिर...
राहुल गांधी के बचाव में उतरे केजरीवाल, बोले- जनता और विपक्ष का काम है...
निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति पर उच्चतम न्यायालय के आदेश की हो रही...
कपिल सिब्बल को आयकर विभाग की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस के...
अडाणी पावर ने सपोर्ट प्रोपर्टीज में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची