नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। उत्तराखंड के धौलीगंगा नदी में बृहस्पतिवार को जलस्तर बढ़ जाने के बाद पिछले चार दिनों से तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की सुरंग में फंसे 25-35 लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे मैराथन अभियान को बीच में ही रोकना पड़ा जबकि एक और शव मिलने के साथ ही आपदाग्रस्त क्षेत्र से अब तक 35 शव बरामद हो चुके हैं और 169 अन्य लापता हैं। राज्य के चमोली जिले में रविवार को आई आपदा के बाद से लगातार सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए अभियान चला रही सेना, आइटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम के बचाव र्किमयों को दोपहर बाद धौलीगंगा के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने के कारण सुरंग से बाहर निकालना पड़ा।
राहुल गांधी ने 'हम दो हमारे दो' के जरिए मोदी सरकार पर बोला हमला
पानी बढने के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी फैल गयी और बचावकर्मी लोगों को दूर हटने का इशारा करते नजर आए। धौलीगंगा के जलस्तर में वृद्धि की सूचना आते ही संयुक्त बचाव अभियान के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा संवाददाता सम्मेलन भी बीच में ही रोकना पडा। सुरंग के अंदर कार्य कर रहे बचावर्किमयों और बुलडोजर तथा जेसीबी जैसी ड्रिङ्क्षलग में लगी भारी मशीनों को बाहर निकालना पड़ा और तत्काल ही क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया जिससे लोग सुरक्षित स्थानों पर भाग सकें। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा कि एहतियात के तौर पर बचाव कार्य फिलहाल रोक दिया गया है।
सोशल मीडिया के दुरूपयोग को लेकर मोदी सरकार सख्त, रविशंकर प्रसाद ने चेताया
इससे पहले, बचाव अभियान में लगे अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य जारी है और उनकी प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना है। सुरंग के अंदर चार दिन से अधिक समय से फंसे लोगों की सुरक्षा के बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने कहा कि वह इस संबंध में कोई अनुमान नहीं लगा सकते लेकिन कहा कि हम सब प्रार्थना करते हैं कि वे सब सुरक्षित हों। उन्होंने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है और लोगों को बचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा किये जा रहे प्रयास निर्बाध रूप से जारी रहेंगे।
AAP बोली- उत्तराखंड आपदा के पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा दे मोदी सरकार
इस बीच, चमोली की जिलाधिकारी भदौरिया ने कहा कि बृहस्पतिवार को चमोली के गौचर क्षेत्र से एक और शव बरामद हो गया जिसके साथ ही आपदा में अब तक मिलने वाले शवों की संख्या 35 हो गई जबकि 169 अन्य लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि इन लापता लोगों में वे 25-35 लोग भी शामिल हैं जो तपोवन सुरंग में फंसे हुए हैं। उधर स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को तपोवन सुरंग में फंसे लोगों के परिजनों के आक्रोश का सामना करना पडा।
स्कूल की जमीन मोदी सरकार ने भाजपा ऑफिस बनाने के लिए दे दी : सौरभ भारद्वाज
सुरंग में फंसे अपने सगे संबंधियों के बाहर आने का पिछले चार दिनों से इंतजार कर रहे लोग राज्यपाल के सामने रो पड़े और बचाव अभियान को तेज करवाने के लिए उनसे दखल देने का आग्रह किया। राज्यपाल बेबी रानी ने उन्हें तसल्ली रखने को कहा और बताया कि आपदा से बाद से ही सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा है । उन्होंने कहा, ‘विभिन्न एजेंसियों द्वारा लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा है । इसके लिए कोई कसर नहीं छोडी जा रही है । आप लोगों को भी तसल्ली रखनी पडेगी ।’
यहां पढ़ें अन्य बड़ी खबरें...
Video: रत्ना पाठक ने लगाई एक्टर्स की क्लास, कहा- 'Flight पर करते हैं...
Video: टूट गई 'बिग बॉस 16' की मंडली, MC Stan-अब्दू रोजिक के बीच हुई...
लंदन की सड़कों पर थिरकीं Alaya और मानुषी छिल्लर, करण जौहर ने किया...
राहुल गांधी माफी मांग लें तो संसद में गतिरोध खत्म हो सकता है: हरदीप...
कृति सेनन ने करवाई Surgery? सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें
OROP बकाये के भुगतान पर SC का केंद्र सरकार को अहम निर्देश, कही ये बात
International Day of Happiness पर जानें सेहत और खुशी के बीच का खास...
आदित्य रॉय कपूर संग स्पॉट हुईं Vidya Balan, लोगों को पसंद आया...
पंजाबः अमृतपाल के चाचा और चालक का सरेंडर, इंटरनेट पर मंगलवार तक रोक
डिलीवरी राइडर्स के लिए कपिल शर्मा ने रखी 'ज्विगाटो' की खास...