रुद्रप्रयाग/ब्यूरो। भैया दूज के शुभ मुहूर्त पर मंगलवार को बाबा केदार के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधान के साथ बंद कर दिए हैं। इस दौरान बाबा की नगरी भोले के जयकारों से गूंजायमान हो उठी। शीतकाल में श्रद्धालु बाबा के दर्शन शीतकाल गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में कर पाएंगे। वहीं प्रशासन द्वारा मंदिर के मुख्य गेट को शीलबन्द किया।
ब्रह्म मुहूर्त में भोरकाल में सुबह 2 से 4 बजे तक वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बाबा विशेष पूजा के साथ महाभिषेक भी किया गया। वहीं प्रातःकाल 4 :30 बजे से 6:00 बजे तक गर्भगृह में केदारनाथ भगवान की समाधि पूजा व शृंगार किया गया। गर्भ गृह में स्थित लिंग पर मुख्य पुजारी केदार लिंग ने घी का लेपन किया गया। ब्रह्मकमल, रुद्राक्ष इत्यादि समर्पित कर केसर वस्त्र से लिंग को ढक दिया।
Uttarakhand: Portals of Kedarnath temple close for the winter season pic.twitter.com/UBFvSgFCi0 — ANI (@ANI) October 29, 2019
Uttarakhand: Portals of Kedarnath temple close for the winter season pic.twitter.com/UBFvSgFCi0
चल विग्रह उत्सव डोली सुबह 8:30 बजे उखीमठ के लिए रवाना हुई। इस दौरान केदारपुरी में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने इस चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा में भाग लिया। रात्रि प्रवास के लिए बाबा केदार की डोली रामपुर पहुंचेगी। जिसके बाद यात्रा 30 अक्तूबर गुप्तकाशी में प्रवास के बाद 31 अक्तूबर को बाबा की उत्सव डोली अपने शीत कालीन गद्दी स्थल उखीमठ में विराजमान हो जाएगी।
रामलीला कमेटियों ने माना BJP का प्रस्ताव, सनातन धर्म विरोधी पुतला दहन...
समाधान के लिए संस्थागत सहयोग जरूरी है: प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़
‘राहगीरी' के लिए कनॉट प्लेस की सड़क बंद करने से व्यापारियों में रोष,...
राहुल गांधी ने पूछा - जातिगत जनगणना से डरते क्यों हैं प्रधानमंत्री...
नर्मदा नदी में बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए गुजरात सरकार का राहत...
देश में एक चुनाव कराने के विषय पर हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक
दानिश अली के अशोभनीय आचरण की भी जांच की जाए : भाजपा सांसद निशिकांत...
हिमंत की पत्नी ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के खिलाफ किया मानहानि का...
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED के समन को झारखंड हाई कोर्ट में दी...
PM मोदी ने वाराणसी में किया अंतररष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास