नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर तोड़फोड़ मामले में केंद्र की ओर से पेश वकील ने पुलिस पर लगे आरोपों को खारिज किया है। सरकारी वकील एएसजी संजय जैन ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि सुरक्षा खतरे को संबोधित किया जाएगा। इस मामले की जांच की जा रही है और अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
Senior Adv Dr. Abhishek Manu Singhvi, appearing for AAP submits before Delhi HC that CCTV footage of the incident should be preserved. He also cites the order of the Supreme Court in the PM security breach matter. We are seeking a similar SIT probe into this incident, he added. — ANI (@ANI) April 1, 2022
Senior Adv Dr. Abhishek Manu Singhvi, appearing for AAP submits before Delhi HC that CCTV footage of the incident should be preserved. He also cites the order of the Supreme Court in the PM security breach matter. We are seeking a similar SIT probe into this incident, he added.
दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र की ओर से पेश हुए एएसजी संजय जैन ने आप नेता की उस याचिका का विरोध किया जिसमें दावा किया गया था कि कथित हमला दिल्ली पुलिस की मौन भागीदारी से किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस पर गृह मंत्रालय और पुलिस के बीच एक बैठक हुई है।
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सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर बुधवार दोपहर हुई तोडफ़ोड़ के मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला सिविल लाइंस इलाके का है जहां पुलिस बाकी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हंगामे में कौन-कौन शामिल थे। जानकारी के मुताबिक पुलिस सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।
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कश्मीर फाइल्स मूवी पर केजरीवाल के बयान के कारण हंगामा दरअसल कश्मीर फाइल्स को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में बयान दिया था। इसका विरोध जताते हुए भाजपा युवा मोर्चा ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर तोडफ़ोड़ कर दी थी। बाद में सभी आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने बुधवार को ही इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी पर हमला, सरकारी आदेश के उल्लंघन और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। बुधवार को हंगामे के दौरान पुलिस ने करीब 70 लोगों को हिरासत में लिया था। बाद में इनको औपचारिकताएं पूरी करने के बाद छोड़ दिया गया था।
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