Saturday, Sep 23, 2023
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VIDEO: इजराइल के Iron Dome ने बचाई हजारों की जान, फिलिस्तीन के रॉकेटों की निकाल दी हवा

  • Updated on 5/13/2021

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। इजराइल और फिलिस्तीन के लगातार एक-दूसरे पर हमले जारी हैं। इस हमले में कई मासूम लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर रॉकेट दागे जा रहे हैं। इजराइल ने गाजा पट्टी में सैन्य हमला तेज कर दिया है जिसमें हमास के 10 शीर्ष चरमपंथियों की मौत हो गई और कई हवाई हमलों में वे इमारतें जमींदोज हो गईं जहां हमास के लोग रहते थे।

इजराइली सेना का कहना है कि सोमवार शाम को गाजा पट्टी पर इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चली रॉकेट वॉर में इजराइल का आयरन डोम काफी काम आया। इस डोम ने 90 प्रतिशत मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया। इसलिए ही इस डोम को बेस्ट एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम कहा जाता है।

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बनाने में अमेरिका ने भी की मदद
आपको बता दें कि इस 'आयरन डोम' को तैयार करने के लिए अमेरिकी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ये इजराइल का एयर डिफेंस सिस्टम हैं। इस रक्षा प्रणाली को इजराइल की फर्मों राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित किया गया है। इसको बनाने में संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी काफी मदद की थी। अमेरिका ने वित्तीय और तकनीकी सहायता दी थी। 'आयरन डोम' की मदद से मोर्टार और रॉकेट को हवा में ही नष्ट किया जा सकता है।

इसकी खासियत की बात की जाए तो धूप-धूल-बारिस-ठंड इसपर इनका कोई असर नहीं होता है। साल 2011 में इसे इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम में शामिल किया गया था जिसके बाद ये अभी तक कई मिसाइल को हवा में खत्म कर चुका है।

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क्या है खासियत?
'आयरन डोम' में सबसे दिलचस्प बात ये है कि यह हर मौसम में काम कर सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे पहले साल 2011 -12 में इजरायल ने इसे अपनी सेवा में शामिल किया था। रडार के जरिए ही 'आयरन डोम' अपने दुश्मनों के मिसाइलों और रॉकेट को पहचान जाता है और उसे काफी कम समय में ही हवा में नष्ट कर देता है। ऐसा ही फिलिस्तीन की ओर से दागे हुए मिसायल और रॉकेट के साथ हुआ था। 'आयरन डोम' ने फिलिस्तीन के मिसायल और रॉकेट को हवा में नष्ट कर दिया था। 

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जेरुसलम से है तनाव
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से तनाव बढ़ता ही जा रहा है। यहां आए दिन सुरक्षा बलों और फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के झड़पें हो रही हैं। ऐसे में ये झडपें 7 मई से बढ़ती गई और 10 मई तक 300 से अधिक लोग घायल हो गए और दर्जनों से अधिक पुलिसवालें भी जख्मी हो गए।

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क्या है विवाद?
इन झड़पों और स्टाइक के पीछे की वजह के बारे में बताए तो 1967 के मध्य पूर्व युद्ध के बाद इजराइल ने पूर्वी येरुशलम को नियंत्रण में ले लिया था और वो पूरे शहर को अपनी राजधानी मानता है। वहीं अंतराष्ट्रीय समुदाय इसे सही नहीं मानते हैं और इसे आजाद मुल्क की राजधानी की तरह देखते हैं। बस इसी विवाद को लेकर इस वक्त ये खूनी खेल चल रहा है।

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