नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। नए कृषि कानून (New Farm bill) के खिलाफ बीते 16 दिन किसान दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और किसान संगठन के 6 दौर की बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। सरकार किसानों को परेशान करने वाली बिंदुओं पर समझौता करने के लिए तो तैयार है। लेकिन किसानों की मांग है कि तीनों कृषि बिल को वापस लिया जाए। आइए जानते हैं कौन हैं ये संगठनों के किसान नेता जो कृषि बिल पर एक इंच भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।
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सतनाम सिंह पन्नू, अध्यक्ष, किसान मजदूर संघर्ष समिति किसान मजदूर संघर्ष कमिटी के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू की उम्र 65 वर्ष है। इस कमिटी की स्थापना साल 2007 में हुई थी। इस संगठन में करीब 5 हजार किसान सदस्य जुड़े हैं। फेसबुक पर इस कमिटी के लगभग 70 हजार फॉलोअर्स हैं।
भारती किसान यूनियन-एकता उग्रहा इस संगठन की स्थापना साल 2002 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 8500 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 47 हजार फॉलोअर्स हैं। इस संगठन के मुख्य जोगिंदर सिंह उग्रहा हैं। सिंह ने सेना की नौकरी छोड़ अपने परिवार की पारंपरिक खेती शुरू किया था।
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भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी इस संगठन की स्थापना साल 2004 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 1000 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 274 फॉलोअर्स हैं। इस संगठन का झुकाव माकपा की तरफ माना जाता है।
क्रांतिकारी किसान यूनियन इस संगठन की स्थापना साल 2016 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 700 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन का झुकाव भी माकपा की तरफ रखता है। 70 साल के दर्शन पाल ने पंजाब सरकार की नौकरी शुरू की थी। उन्होंने ही इस संगठन की शुरूआत की।
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल इस संगठन की स्थापना साल 1992 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 7000 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 5886 फॉलोअर्स हैं। इस संगठन की शुरूआत करने वाले अजमेर सिंह लक्खोवाल पाकिस्तान में जन्मे थे और विभाजन के समय लुधियाना आए थे।
भारतीय किसान यूनियन डकोंडा इस संगठन की स्थापना साल 2005 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 4000 लोग जुड़े हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन डकोंजा के प्रेसिडेंट बूटा सिंह बुर्ज गिल हैं। 66 साल के बूटा सिंह बुर्ज गिल इससे पहले BKU/Lakhowal से संबंधित थे।
भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर इस संगठन की स्थापना साल 2002 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 5000 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 5886 फॉलोअर्स हैं। भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रेसिडेंट जगजीत सिंह दलेवाल हैं, जगजीत सिंह दलेवाल 62 साल के हैं और इनके पास 17 एकड़ जमीन है।
भारतीय किसान यूनियन राजेवाल इस संगठन की स्थापना साल 2006 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 5000 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 5886 फॉलोअर्स हैं। इस संगठन के संस्थापक बलबीर सिंह रजेवाल हैं। 2008 में रजेवाल ने बीकेयू (एमआर) से रिजाइन करके बीकेयू रजेवाल बनाया था तब से यह लगातार इस किसान संगठन के प्रेसिडेंट है
भारतीय किसान यूनियन कादियान इस संगठन की स्थापना साल 2017 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 4000 लोग जुड़े हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन कादियान के संस्थापक हरमीत सिंह कादियान है। 35 साल की उम्र के हरमीत सिंह कादियान लुधियाना में जन्मे थे और लुधियाना के खालसा कॉलेज से इन्होंने ग्रेजुएशन किया है।
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कीर्ति किसान यूनियन इस संगठन की स्थापना साल 1972 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 5500 लोग जुड़े हुए हैं। इस संगठन के फेसबुक पर लगभग 1247 फॉलोअर्स हैं। इस किसान यूनियन के संस्थापक निर्भय सिंह दूधीके हैं।
भारतीय किसान यूनियन दोआब भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रेसिडेंट मनजीत सिंह राय हैं। यह किसान संगठन नवांशहर, जालंधर, होशियारपुर और कपूरथला के किसानों में अपना प्रभाव रखता है।
किसान संघर्ष समिति इस संगठन की स्थापना साल 2000 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 1500 लोग जुड़े हुए हैं। किसान संघर्ष कमेटी के प्रेसिडेंट कमलप्रीत सिंह पन्नू हैं।
जम्हूरी किसान सभा इस संगठन की स्थापना साल 2004 में हुई थी। इस संगठन से लगभग 2000 लोग जुड़े हुए हैं। जम्हूरी किसान सभा के प्रेसिडेंट सतनाम सिंह अजनाला हैं। रिवॉल्यूशनरी मार्कसिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से इसके राजनीतिक संबंध बताए जाते हैं।
भारतीय किसान यूनियन मन भारतीय किसान यूनियन मन की स्थापना 2002 में हुई थी। उसके प्रेसिडेंट बलदेव सिंह मियांपुर हैं, इस संगठन में सिर्फ 500 एक्टिव मेंबर हैं।
ऑल इंडिया किसान सभा पंजाब ऑल इंडिया किसान सभा पंजाब के मुख्य नेता बलदेव सिंह निहंग हैं। वह इस संगठन के जनरल सेक्रेटरी भी हैं। इसकी स्थापना 1936 में हुई थी, जिसमें 800 से 1000 मेंबर इस वक्त हैं, और यह संगठन पंजाब के कई जिलों में अपना प्रभुत्व रखता है। राजनीतिक तौर पर यह सीपीआई से जुड़ा हुआ है।
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