Thursday, Mar 30, 2023
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Coronavirus: महाराष्ट्र में XE! स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे बोले पैनिक होने की जरूरत नहीं

  • Updated on 4/7/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना वायरस (COVID1) के नए 'XE' वैरिएंट के बारे में पूछे जाने पर, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, "स्वास्थ्य विभाग 'XE' वैरिएंट पर किसी भी पुष्टि पर नहीं पहुंचा है क्योंकि अभी तक कोई NIB (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल) रिपोर्ट नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है।"

राजेश टोपे ने कहा कि जानकारी के अनुसार, 'XE' वेरिएंट ओमाइक्रोन वेरिएंट की तुलना में 10% अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है। रिपोर्ट मिलने के बाद हम इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे; केंद्र या एनआईबी से पुष्टिकरण रिपोर्ट नहीं मिली है, इसलिए महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता।

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XE' वैरिएंट का देश में पहला मामला मुंबई में
बता दें कि 'XE' वैरिएंट का देश में पहला मामला मुंबई में सामने आया है। इस वेरिएंट को ओमिक्रोन से 10 गुना अधिक संक्रामक माना जा रहा है। बृहन्मुंबई नगर पालिका के एक अधिकारी ने कहा कि जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला में 11वें बैच के 376 नमूनों के अनुक्रमण में इस परिणाम का पता चला है।

इसके अलावा कप्पा स्वरूप के एक मामले की भी पुष्टि हुई है। 'XE' वैरिएंट का पहला मामला ब्रिटेन में आया था। मुंबई में भेजे गए 230 नमूनों में 228 ओमिक्रोन के जबकि एक कप्पा का तथा 'XE' वैरिएंट स्वरूप का था। अधिकारी ने बताया कि नए स्वरूप से संक्रमित मरीज की हालत गंभीर नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि 'XE' वैरिएंट ओमिक्रोन के उप स्वरूप बीए2 से 10 फीसदी अधिक संक्रामक है।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने XE' वैरिएंट के विषय में क्या कहा
अब तक कोरोना वायरस स्वरूपों में ba2 को सबसे ज्यादा संक्रामक माना जाता रहा है। ओमिक्रोन के स्वरूप ba1 और ba2 में बदलाव से यह एक स्वरूप बना है। प्रारंभिक अध्ययन के मुताबिक ba2 के मुकाबले 'XE' वैरिएंट की वृद्धि दर 9.8% है। जांच के दौरान इसकी पहचान भी मुश्किल होती है। इसलिए इसे स्टील्थ वेरिएंट कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि बदलाव के बाद बना नया स्वरूप पूर्व के स्वरूपों की तुलना में ज्यादा संक्रामक हो सकता है।

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