नई दिल्ली/टीम/डिजिटल। पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोपों में मुंबई हमले का सरगना और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी- उर- रहमान लखवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह आतंकवादी, जाकी-उर-रहमान लखवी 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे।
एक अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, लखवी मुंबई हमला मामले में 2015 से ही जमानत पर था। उसे आतंकवाद निरोधक विभाग (CTD) ने गिरफ्तार किया है। लेकिन सीटीडी ने यह नहीं बताया कि उन्होंने इस आतंकी को कहां से गिरफ्तार किया है।
नए साल में लोगों ने की आतिशबाजी तो सड़कों पर बिछी सैकड़ों पक्षियों की लाशें, सामने आया वीडियो
मिली जानकारी के अनुसार अधिकारी के अनुसार, ‘‘सीटीडी पंजाब द्वारा खुफिया सूचना पर आधारित एक अभियान में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी जकी-उर-रहमान लखवी को आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया।’’ और लखवी को लाहौर के सीटीडी थाने में आतंकी वित्त पोषण से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया।
वहीँ, सीटीडी ने कहा, ‘‘लखवी पर एक दवाखाना चलाने, जुटाए गए धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में करने का आरोप है। उसने और अन्य ने इस दवाखाने से धन एकत्रित किएए और इस धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में किया। उसने इस धन का इस्तेमाल निजी खर्च में भी किया।’’
पाकिस्तान में मंदिर में हुई तोड़फोड़, भारत ने दर्ज कराया विरोध
लाहौर में चलेगा मुकदमा सीटीडी ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन लश्कर- ए- तैयबा से जुड़े होने के अलावा वह संयुक्त राष्ट्र की तरफ से घोषित आतंकवादियों की सूची में भी शामिल है। सीटीडी ने यह भी कहा कि ‘‘उसके खिलाफ मुकदमा लाहौर में आतंकवाद निरोधक अदालत में चलेगा।
चीन में नए कोरोना वायरस स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया, तेजी से बढ़ रहे केस
भारत ने किया था आतंकी घोषित बता दें, भारत में सितंबर, 2019 में लखवी को अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रेवेन्शन एक्ट 2008 (UAPA) के तहत आतंकी घोषित कर दिया गया था। फिर लखवी को UNSC में वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया गया था। वहीँ, मुंबई के 26/11 हमले की जांच में खुलासा हुआ था कि हाफिज सईद को आतंकी हमले का पूरा प्लान तैयार करके लखवी ने ही दिया था।
पाकिस्तान के मंदिर में तोड़-फोड़, 30 गिरफ्तार, सरकार करेगी पुनर्निर्माण
भारत में काला दिन बताते चलें, 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी समुद्र के रास्ते यहां पहुंचे और गोलीबारी की जिसमें 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोग मारे गए थे तथा अनेक लोग घायल हुए थे। अमेरिका खुफिया एजेंसियां 2001 के आतंकी हमले के बाद भी इसको नहीं पकड़ सकी। उस समय भारतीय खुफियां एजेंसियों को इसकी भनक लगी थी और उन्होंने अमेरिका को इसकी जानकारी भी दी थी मगर अमेरिकी एजेंसियां इसमें असफल रहीं। जिसके बाद यह घटना घटी थी
ये भी पढ़ें...
देश भर में मनाई गई रामनवमी, मप्र में 11 लोगों की मौत, बंगाल व...
क्रेडाई का रिजर्व बैंक से अनुरोध, रेपो दर में और वृद्धि न की जाए
अडाणी समूह ने तीन-चार साल में 23 अरब डॉलर का कर्ज चुकाने की...
एलजी सक्सेना ने किसानों को मुफ्त बिजली बंद करने का प्रस्ताव तैयार...
ललित मोदी पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- अब पीएम मोदी के बचाव में सामने...
मालेगांव विस्फोट: लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को आरोपमुक्त करने संबंधी...
AAP ने देश भर में शुरू किया ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ' पोस्टर अभियान
मोदी ‘सरनेम' विवाद : ललित मोदी ने दी राहुल गांधी पर ब्रिटेन में...
Mrs Undercover का धांसू ट्रेलर हुआ रिलीज, एक्शन मोड में दिखीं राधिका...
Maidaan का धामकेदार टीजर रिलीज, फुटबाल कोच के रोल में दिखे Ajay Devgn