Wednesday, May 31, 2023
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Zoom meeting Details Toolkit Case  Delhi Police written letter to Zoom sohsnt

टूलकिट मामला: दिल्ली पुलिस ने ZOOM को लिखा पत्र, मीटिंग में शामिल लोगों की मांगी जानकारी

  • Updated on 2/16/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी के बाद से टूलकिट (Toolkit) मामले में एक के बाद एक चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अब जूम (Zoom) को पत्र लिखकर 26 जनवरी को हुई हिंसा मामले में जूम पर टूलकिट को लेकर हुई मीटिंग की जानकारी मांगी है। 

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भारत को बदनाम करने की बड़ी साजिश
किसान आंदोलन की आड़ में भारत को बदनाम करने के लिए ही टूलकिट तैयार किया गया था। ऐसे में अब दिल्ली पुलिस इस मामले में तह तक जांच करने में जुट गई है। पुलिस ने 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा के साथ-साथ टूलकिट मामले की जांच भी तेज कर दी है, जिसके चलते आए दिन नए और चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। इससे पहले सोमवार को जांच के दौरान आईएसआई से जुड़े भजन सिंह भिंडर उर्फ इकबाल चौधरी और पीटर फ्रेडरिक के नाम सामने आए। पीटर फेड्रीक खालिस्तानी समर्थक है और टूलकिट मामले में रिसोर्स पर्सन यही है।  

जूम मीटिंग एप के जरिए रची गई साजिश
बता दें कि टूलकिट को फैलाने के मामले में दिशा रवि की गिरफ्तारी तो हो गई है, लेकिन निकिता और शांतनु जो मुख्य रूप से इससे जुड़े थे वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। हालांकि पुलिस ने निकिता और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया है। इसके अलावा करीब 70 लोग हैं, जो टूलकिट के माध्यम से पूरी साजिश को अंजाम देने में शामिल रहे। इन सभी ने जूम मीटिंग एप के जरिए ये पूरी साजिश प्लान की थी। फिलहाल, दिल्ली पुलिस ने टूलकिट मामसे में जांच का दायरा बढ़ा दिया है। 

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टेलीग्राम ऐप के जरिये भेजी 'टूलकिट'
दिल्ली पुलिस के अनुसार दिशा रवि के साथ मुंबई की वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु ने किसानों के आंदोलन के संबंधित 'टूलकिट' बनाई थी और भारत की छवि को धूमिल करने के लिए उसे अन्य लोगों के साथ साझा किया था। पुलिस ने दावा किया कि बेंगलुरु से शनिवार को गिरफ्तार की गई दिशा रवि ने जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को टेलीग्राम ऐप के जरिये 'टूलकिट' भेजी थी और उस पर कार्रवाई करने के लिए उसे राजी किया था। पुलिस ने बताया कि डाटा भी हटा दिया गया था। दिशा के टेलीग्राम खाते से पता चलता है कि 'टूलकिट' से संबंधित कई लिंक हटाए गए थे।

टूलकिट मामले में विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज
टूलकिट मामला चर्चा में तब आया जब इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। उसके बाद पुलिस ने बीते 4 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी, जबकि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड सहिता (IPC) की धारा 124A, 120A और 153A के तहत बदनाम करने आपराधिक साजिश, राजद्रोह के तहत अन्य विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।

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