नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। वैसे तो आम फलों का राजा होता है। लेकिन हमारे देश भारत में अमरूद के भी कई दीवाने हैं। अमरूद (gauva) को कई लोग बड़ी चाह से खाते हैं क्योंकि यह काफी स्वादिष्ट फल माना जाता है। वहीं ये काफी कम लोगों को पता है कि स्वादिष्ट होने के साथ-साथ अमरूद के कई बड़े फायदे भी है क्योंकि इस गुणकारी फल में विटामिन-सी और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है।
सर्दियों के दिनों में किसी बीमार व्यक्ति के लिए अमरूद का पत्ते रामबाण का काम करता है। तो चलिए आज हम आपको अमुरूद के सेवन के फायदे बताते हैं।
अगर आप मोटापे से हैं परेशान तो Follow करें ये 3 फार्मूले वाली डाइट
-एसिडिटी और कब्ज में फायदेमंद जिन लोगों को अधिकतर कब्ज की समस्या होती है या फिर आए दिन एसिडिटी जैसी समस्या से परेशान रहते हैं तो अमरूद का सेवन अवश्य करना चाहिए। अमरूद का सेवन करने से उन्हें इन परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि यह लाभदायक है। इसके लिए आपको अमरूद के बीच निकालने होगें और उसमें थोड़ा गुलाब जल और मिश्री मिला लें। इसका सेवन करने से एसिडिटी और कब्ज फौरन गायब हो जाता है।
-बुखार में है लाभदायक अगर आपको तेज बुखार है और दवाईयों का भी असर नहीं हो रहा है तो चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। आपको सिर्फ एक अमरूद के पत्ते लेने हैं और उसे पीसकर उसका रस निकाल कर उसे पी लें। ऐसा करने से आपके शरीर का तापमान तत्काल गिर जाएगा।
हिमोग्लोबिन बढ़ाने में करे मदद चुंकि अमुरूद में विटामिन-सी और कैल्शियम और आयरन की मात्रा अधिक होती है तो इस वजह से अमुरूद का सेवन करने से आपके बॉडी में हिमोग्लोबिन की कमी नहीं होगी और आप बिल्कुल स्वस्थ रहेंगे।
बवासीर में भी है असरदार कहा जाता है कि अमरूद की छाल बवासीर को ठीक करने में काफी फायदेमंद होती है। करीब एक महीने तक 5 से 10 ग्राम अमरूद की छाल के चूर्ण के काढ़े का सेवन करने से यह बीमारी जड़ से गायब हो जाती है।
बंगाल में त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में ममता राजग से मिला सकती...
बुजुर्गों को कोरोना टीका लगने की शुरुआत, आरोग्य सेतु ऐप से बुक कराएं...
आत्मनिर्भरता की आड़ में किसानों को कंपनी-निर्भर बनाना चाहती है मोदी...
मुजफ्फरनगर के गांवों में कृषि कानूनों के मुकाबले गन्ने का मुद्दा हुआ...
मेरा सपना भारत और पाकिस्तान को ‘अच्छे दोस्त’ बनते देखना है: मलाला...
नीता अंबानी, प्रियंका गांधी सहित 200 महिलाएं ‘टाइटैनिक इंडियन ब्यूटीज...
Night Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की 5 बड़ी खबरें
शिवसेना ने लोकसभा सांसद मोहन डेलकर की मौत पर चुप्पी को लेकर उठाए सवाल
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के कहानी संग्रह ‘भीड़ साक्षी है’ पर हुई परिचर्चा
तमिलनाडु में गरजे शाह, कहा- स्टालिन और सोनिया को अपने लाड़ले की...