Tuesday, May 30, 2023
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लगातार Heart Attack से जान गंवा रहे हैं देश के युवा, आज ही सुधार लें ये आदतें

  • Updated on 3/1/2023

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कई बार लोगों की हार्ट अटैक (heart attack) से मौत होती है। लेकिन क्या हो जब अधितर जानें सिर्फ और सिर्फ दिल का दौड़ा पड़ने की वजह से हो... जी हां, पिछले कुछ महीनों से हमारे देश के हजारों लोगों ने अपनी जान हार्ट अटैक की वजह से गंवाई है। खौफनाक बात ये है कि इनमें से ज्यादातर मौतें युवाओं में देखने को मिल रही हैं। आए दिन खबरें आ रही हैं कि कोई जिम करते हुए मर गया तो किसी की चलते-चलते आचानक मौत हो गई। तो चलिए आज आपको बताएंगे कि आखिर क्यों नौजवानों में हार्ट अटैक (Heart Attack risk factors) के मामले बढ़ रहे हैं...

युवाओं के बीच इन वजहों से बढ़ रही हार्ट डिसीस
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरने वालों की संख्या में ज्यादातर 18 से 40 साल की उम्र के आसपास के लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। इस बात का पता लगाने के लिए हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सर्वेक्षण करवाया गया जहां चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक लाख लोगों में से 48 हजार लोगों को ऐसी बीमारियां पाई गईं जो फेफड़ों के लिए सही नहीं है। जी हां, अधितर युवाओं में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल जैसी बीमारी से ग्रसित हैं, जो हार्ट का बड़ा कारण बन सकती है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन (IHA) के मुताबिक, अगर ऐसे ही मौत होने लगी तो साल 2045 तक देश में 13 करोड़ से ज्यादा लोग इसका शिकार हो चुके होंगे। 

पोस्ट कोविड
वहीं कई लोगों का मानना है कि इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना वायरस भी है। पोस्ट कोविड से शरीर में खून का थक्का बनने की संभावनाएं बढ़ी हैं। हालांकि, अभी इसपर कई स्टडीज चल रही है कि इस सभी का कारण कोरोना तो नहीं। 

खराब लाइफस्टाइल
आजकल के युवाओं की खराब लाइफस्टाइल ही दिल की बीमारियों का जड़ है। आज की युवा पीढ़ी शराब, ड्रग्स, धूम्रपान जैसी चीजों का सेवन करते हैं। यह सभी फैक्टर हार्ट अटैक को न्यौता देते हैं। इसके अलावा जंक फूड, सोने का खराब पैटर्न भी आपको धीरे-धारे मौत के घाट उतार सकता है। 

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