Thursday, Mar 30, 2023
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china accept his major troops loss with 15 june clash with india sobhnt

चीन ने पहली बार माना गलवान घाटी की झड़प में गई थी चीनी सैनिकों की जान

  • Updated on 9/18/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारत-चीन (india China Clash) के बीच कई महीनों से तनाव चल रहा सीमा है। 15 जून को खबर आई थी कि यहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं भारत की तरफ से दावा किया गया था कि उस झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ और उसे भी अपने 43 सैनिकों की जान गवानी पड़ी।  

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संसद में रक्षा मंत्री ने दिया बयान
चीन ने अपने सैनिकों की मरने वाली बात को कभी स्वीकार नहीं किया है। वह दुनिया के सामने यह कहता रहा है कि हमें भी थोड़ा नुकसान हुआ है मगर हमारे किसी सैनिक की जान नहीं गई। लेकिन हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) के बयान के बाद चीन के एक सरकारी अखबार के पत्रकार ने यह स्वीकार किया है। उनके लोगों को भी अपनी जान गवानी पड़ी थी। 

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चीन ने स्वीकार किया
बता दें हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नें बताया था कि 15 जून को हुई झड़प में भारत को अपनी 20 तो चीन को अपने 43 सैनिकों की जान गवानी पड़ी थी। जिसके बाद चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global times) के एडिटर इन चीफ हू झिजिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के जवाब में ट्वीट किया कि जहां तक मुझे जानकारी है कि चीन के मारे गए सैनकों की संख्या 20 से कम थी। और किसी भी भारतीय सैनिक ने चीनी सैनिक को बंदी नहीं बनाया था उल्टा चीन ने भारत के कई सैनिकों को बंदी बनाया था।  

 

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