नई दिल्ली/टीम डिजिटल। शिक्षा मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ,निदेशक , आईआईटी एनआईटी ,आईआईएम के अलावा सभी अनुदान प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थानों को सर्कुलर जारी किया है। इसमें यह दिशा निर्देश दिए हैं कि केंद्रीय शैक्षिक संस्थानों / विश्वविद्यालयों में एससी/एसटी ,ओबीसी व ईडब्ल्यूएस श्रेणी के खाली पड़े पदों को जो शिक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आते हैं उन्हें बैकलॉग क्लियर करने के निर्देश दिए है। साथ ही कहा है कि इन रिक्त पदों को मिशन मोड़ में एक साल की अवधि के भीतर भर दिया जाना चाहिए । दिल्ली में 1 सितंबर से खुलेंगे 9वीं से 12वीं तक के स्कूल, पैरेंट्स की मंजूरी जरूरी
मिशन मोड में एक साल में भरने होंगे पद सभी शैक्षिक संस्थानों को मिशन के तौर पर इन पदों को 5 सितंबर 2021 से 4 सितंबर 2022 तक भरना होगा । साथ ही इन संस्थानों को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कार्यवाही की गई की रिपोर्ट और उसकी प्रगति के बारे में शिक्षा मंत्रालय को सूचित करना होगा । लोकतांत्रिक प्रकिया के माध्यम से पारित किया गया है अंग्रेजी पाठ्यक्रम : डीयू
तय समय सीमा में भरे जाए पद : डीटीएआम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बैकलॉग पदों को क्लियर करने संबंधी सर्कुलर भेजे जाने का स्वागत किया है। संगठन ने कहा है कि इन पदों को निश्चित समय सीमा के अंदर सभी रिक्त पदों को भरा जाये ताकि उच्च शैक्षणिक संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पर दुष्प्रभाव ना पड़े । सिविल सेवा के अभ्यर्थी जामिया के आरसीए के लिए 6 सितंबर तक कर सकते हैं आवेदन
हर माह देनी होगी बैकलाग पद भरने की जानकारी शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि वित्तिय कमेटी ,गवर्नर बोर्ड, मैनेजमेंट बोर्ड की प्रत्येक मीटिंग में बैकलॉग पदों के भरे जाने संबंधी एजेंडा के बारे में उल्लेख करेंगे । साथ ही सभी उच्च शिक्षण संस्थानों/विश्वविद्यालयों को इस संदर्भ में मासिक रिपोर्ट देंगे कि कितने पद भरे गए है उनकी लिखित जानकारी देना अनिवार्य है । रिपोर्ट तैयार होने पर उसकी रिपोर्ट शिक्षा सचिव को भेजेगा जिसमें 5 सितंबर 2021 से 4 सितंबर 2022 तक प्रत्येक माह बैकलॉग पदों के भरे जाने संबंधी लिखित जानकारी प्रदान करेगा ।
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केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 35 से 40 प्रतिशत शिक्षकों के पद खाली डॉ. सुमन ने बताया है कि देश के 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 35 से 40 प्रतिशत शिक्षकों के पद विभिन्न विभागों में खाली पड़े हैं जिन्हें लंबे समय से नहीं भरा गया । उन्होंने बताया है कि इन विश्वविद्यालयों में स्वीकृत पद ,सामान्य10,256 एससी--2247 ,एसटी--1152 ,ओबीसी--3280 ,ईडब्ल्यूएस--896 ,पीडब्ल्यूडी--508 पद है । कुल 18 ,339 पद बनते है। इन विश्वविद्यालयों में खाली पड़े पद ,सामान्य 1562 ,एससी 1042 ,एसटी 621 ,ओबीसी 1906 ,ईडब्ल्यूएस 862 ,पीडब्ल्यूडी 328 पद खाली पड़े हुए हैं । 1 अप्रैल 2020 के अनुसार यूपी के विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा पद खाली डॉ. सुमन ने बताया है कि1 अप्रैल 2020 के अनुसार इन विश्वविद्यालयों के विभागों में है सबसे ज्यादा शिक्षकों के खाली पद है। इनमें दिल्ली विश्वविद्यालय 866 ,बनारस हिंदू विश्वविद्यालय 682 ,इलाहाबाद विश्वविद्यालय 576 ,जेएनयू 335 ,अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी 318 ,हरिसिंह गौडयूनिवर्सिटी 219 ,पांडिचेरी यूनिवर्सिटी 180 , जामिया मिल्लिया इस्लामिया 158 ,नार्थ ईस्ट हिल यूनिवर्सिटी 157, हैदराबाद यूनिवर्सिटी 130 , तेजपुर यूनिवर्सिटी 75 , बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी 43 पद खाली है । उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा शिक्षकों के पद 1519 खाली है ।
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