नई दिल्ली/टीम डिजिटल। मांझे से मासूम बेटी की मृत्यु पर नांगलोई सईदान में दिल्ली के ग्रामीण पंच प्रमुखों के बैठक में शोक प्रकट करते हुए इसके लिए शासन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि हमने पहले भी इस मामले को उठाया है लेकिन सख्ती नहीं दिखाई गई। पंचायत सह प्रमुख शिवकुमार यादव ने कहा कि हर साल बेजुबान पक्षी भी हजारों की संख्या में मारे जाते हैं। खेतों में पतंग के साथ मांझा गिरता है जिससे किसान व मवेशी चोटिल होते हैं। कई किसानों के पैर जख्मी हुए हैं। ऐसी दुर्घटनाओ से पतंग महोत्सव का कोई अर्थ नहीं रह जाता। देश के सभी सांसदो से आग्रह करते हुए पंचायत के सहप्रमुख सुनील शर्मा व 360गांव सर्व खाप के सुरेश शौकीन ने देश के सभी राजनैतिक व सामाजिक संगठनों को आवाह्न किया कि इस विषय पर आवाज उठाएं और सख्ती से मांझा बंद करवाएं।
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