Monday, Dec 11, 2023
-->
himachal pradesh assembly election governer bandaru dattatrey manhandling sobhnt

हिमाचल में राज्यपाल के साथ हाथापाई करने वाले 5 कांग्रेस विधायकों को किया गया निलंबित

  • Updated on 2/27/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट पेशी के पहले दिन कांग्रेस के कुछ विधायकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के हाथपाई की। जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने इन सभी विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया है। इतने ही नहीं इन विधायकों के खिलाफ संबधित धाराओं में एफआईआर (FIR) भी दर्ज कर ली गई है।  

क्रिकेट स्टेडियम का नाम पीएम मोदी पर रखे जाने से खुश हैं बाबा रामदेव   

राज्यपाल के साथ की हाथापाई 
बता दें समाचार एजेंसी के मुताबिक राज्यपाल अपना अभिभाषण खत्म करके लौट रहे थे, उस समय कांग्रेस के कुछ विधायक विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ कांग्रेसी विधायकों ने राज्यपाल के साथ हाथापाई की। जिसके बाद हिमाचल के बोइयागल  पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सभी कांग्रेसी विधायकों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। बता दें हिमाचल  विधानसभा में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी विधायक ने राज्यपाल के साथ हाथापाई की हो।  

सदन में जो भाषा मुख्यमंत्री बोलते है, वह किसी योगी द्वारा नहीं बोली जा सकती : अखिलेश  

 

संसदीय कार्यमत्री ने  दिया प्रस्ताव
बता दें संसदीयी कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि जिस समय राज्यपाल अपना अभिभाषण खत्म करके अपने वाहन की ओर लौट रहे थे। उस समय कांग्रेस के कुछ विधायक नारा लगाते हुए आए। उन विधायको में मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान, सुंदर सिंह ठाकुर, सत्यपाल रायजादा और विनय कुमार ने उनके साथ हाथापाई की। जिसके बाद संसदीय कार्यमंत्री ने उन्हें निलंबित कर दिया। वह कहते है कि हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में ऐसा कभी नहीं हुआ जब राज्यपाल के साथ बदसलूकी की गई हो।   

हाईकोर्ट के आदेश के बाद बेल पर बाहर आई नवदीप कौर ने कहा- जारी रहेगा विरोध

महंगाई को नहीं किया शामिल
बता दें कि कांग्रेस विधायकों का आरोप था कि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में महंगाई, रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों पर चर्चा को शामिल नहीं किया था। वह सिर्फ झूठ पर बोल कर रहे थे। बता दें सदन में जैसे ही राज्यपाल अपना अभिभाषण सुनाने के लिए खड़े हुए थे। उसी समय सारे कांग्रेस विधायक हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण की आखिरी लाइन पढ़कर यह कहकर निकल गए कि इसे लाइन से पूरा भाषण समाप्त हुआ माना जाए।  

 

यहां पढ़े अन्य बड़ी खबरें... 

comments

.
.
.
.
.