नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत-पाक युद्ध (India Pak war) में भारतीय सेना की गौरवशाली जीत के 50 बरस पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 16 दिसंबर को ‘विजय दिवस’ के अवसर पर राजधानी दिल्ली से ‘विजय ज्योति यात्रा’ को रवाना करेंगे जो एक साल की अवधि में पूरे देश के छावनी क्षेत्रों का भ्रमण कर अगले बरस नयी दिल्ली में ही संपन्न होगी। सेना की स्ट्राइक वन कोर के प्रवक्ता कर्नल बी के अत्री ने मंगलवार को यह जानकारी दी। भारत सरकार ने चीन को फिर दिया झटका, सीमा विवाद के बीच 43 ऐप्स को किया बैन अमेरिकी टैंकों को बनाया कब्रिस्तान स्ट्राइक वन कोर ने 16 दिसंबर 1971 को देश की पश्चिमी सीमा पर बसंतर नदी के किनारे खुले मोर्चे पर पाक सेना को अमेरिका से मिले पैटन टैंकों का कब्रिस्तान बना दिया था। कर्नल अत्री ने बताया इस साल ‘भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ है और भारत सरकार यह वर्ष‘ स्वर्णिम विजय वर्ष’के रूप में मनाने जा रही है। इस अवसर पर ‘विजय ज्योति यात्रा’ निकाली जाएगी। उन्होंने बताया 16 दिसंबर को‘विजय दिवस’के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी‘विजय ज्योति यात्रा’को ध्वज प्रदान कर राजधानी दिल्ली से रवाना करेंगे। इस यात्रा का पहला पड़ाव मथुरा छावनी में होगा। छावनी पहुंचने पर विजय ज्योति यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। यह यात्रा देश के सभी छावनी क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए दिल्ली में ही सम्पन्न होगी। कंगना रनौत को सांप्रदायिक ट्वीट मामले में हाईकोर्ट से मिली राहत इन शहरों में करेंगे भ्रमण कर्नल अत्री को बताया कि विजय ज्योति यात्रा दिल्ली से चलकर मथुरा होते हुए भरतपुर, अलवर, हिसार, जयपुर, कोटा, आदि सैन्य छावनी क्षेत्रों तथा उनके दायरे में आने वाले शहरों का भ्रमण करती हुई वापस दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा की अवधि एक बरस होगी। उन्होंने बताया कि 16 दिसम्बर को ‘विजय दिवस’के मौके पर मथुरा आगमन पर ‘विजय ज्योति यात्रा’का कोर मुख्यालय पर भव्य स्वागत किया जाएगा। उस दिन कोर कमाण्डर ‘जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग-इन-चीफ’ लेफ्टिनेंट जनरल, शहीद भारतीय सैनिकों को‘विजय ज्योति’पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह यात्रा मथुरा छावनी से जुड़े अलीगढ़ तथा हाथरस जनपद भी जाएगी। ट्रेड यूनियनों की आम हड़ताल में अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ भी होगा शामिल भारतीय सेना के लिए गौरव का दिन गौरतलब है कि यह दिन पाकिस्तानी सेना पर विजय प्राप्त करने के कारण भारतीय सेना एवं सम्पूर्ण देशवासियों के लिए गौरव का दिन होता है। साथ ही, भारतीय सेना की आक्रामक कोर ‘स्ट्राइक वन कोर’ के लिए यह दोहरी खुशी का दिन होता है। स्ट्राइक वन कोर ने इसी दिन देश की पश्चिमी सीमा पर बसंतर नदी के किनारे खुले मोर्चे पर पाक सेना को अमेरिका से मिले पैटन टैंकों का कब्रिस्तान बना दिया था। इसीलिए भारतीय सेना की यह आक्रामक कोर 16 दिसम्बर को‘विजय दिवस’के अलावा निजी तौर पर‘बसंतर दिवस’के रूप में भी मनाती है।
भाजपा अध्यक्ष पर राहुल गांधी का पलटवार, कहा- कौन हैं नड्डा
त्रिवेन्द्रम एयरपोर्ट का अदानी द्वारा अधिग्रहण किए जाने पर...
मोदी सरकार की किसानों से 10वें दौर की वार्ता के अगले दिन होगी SC...
दिल्ली दंगे: कोर्ट का पुलिस को आरोपियों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड सुरक्षित...
मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध में भाग लेंगे शरद पवार,...
किसान यूनियन नेता बोले- पुलिस प्रशासन को ट्रैक्टर रैली पर रोक नहीं,...
Night Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की 5 बड़ी खबरें
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड को मजबूती देने के लिए गांव के स्तर पर...
आम आदमी पार्टी के स्वयंसेवक 26 जनवरी को किसान ‘ट्रैक्टर परेड’ में...
अनिल घनवट बोले- कानूनों को रद्द करना लंबे समय में जरूरी कृषि सुधार के...