Monday, Mar 20, 2023
-->
Mumbai dabbawalas in crisis Donate for his help SOBHNT

कोरोना ने तोड़ी मुंबई के डब्बेवालों की कमर, दान से चल रहा गुजारा

  • Updated on 9/10/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। मुंबई (Mumbai) की पहचान रहे 5 हजार डब्बावालों की कमर लॉकडाउन (Lockdown) ने तोड़ कर रख दी है। लॉकडाउन में निजी और सरकारी कार्यालय बंद होने से बाद से डब्बावालों का काम बंद हो गया। पिछले कुछ महीनों से उनको सैलरी नहीं मिलने का परिणाम है कि अब डब्बावाले भूखमरी की कगार पर आ गए हैं। हाल में उनके संगठन ने केंद्र सरकार से 3000 की आर्थिक मदद की मांग भी की थी। ताकि अपने कर्मचारियों की दो टाइम की रोटी की व्यवस्था की जा सके। 

प्रशांत भूषण के खिलाफ 11 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मांगी अटॉर्नी जनरल से मदद

खाने के भी पड़े लाले
एक समय पूरी मुंबई का पेट भरने वाले पांच डब्बावाले अब खुद के लिए 2 टाइम के भोजन की व्यवस्था नहीं कर पा रहे है। डब्बावालों के मुंबई में 2 लाख ग्राहक हैं जिन्हें लॉकडाउन से पहले हर रोज पर खाना खिलाते थे। उन्होंने हाल में सरकार से मांग की थी। कि लॉकडाउन के समय से बंद मुंबई लोकल ट्रेन को चलाया जाए। उनकी तरफ से कहा गया था कि जिस तरह मुबई की लाइफ लाइन लोकल है वैसी है डब्बावालों की लाइफलाइन भी लोकल है। 

BJP अध्यक्ष का ममता सरकार पर हमला, कहा- अगले चुनाव में उखाड़ फेंकना है...

ट्रेन का चलना बहुत जरुरी
वह कहते हैं कि लोकल के शुरु होने के बाद से ही वह अपने काम शुरु कर सकते हैं। वह कहते हैं कि डब्बावालों का टिफिन लाने ले जाने का एकमात्र साधन लोकल है। इसलिए लोकल का शुरु होने डब्बावालों के लिए बहुत जरुरी है। हाल में डब्बावालों के एसोसिएशन ने अपने लोगों की रोटी की व्यवस्था कराने के लिए दान मांगना भी शुरु कर दिया है।  

 

डोनेट के लिए यहां क्लिक करें...

https://www.donatekart.com/MTD/Help-Mumbai-Dabbawala/


 

यहां पढ़ें अन्य महत्वपूर्ण खबरें-

comments

.
.
.
.
.