Monday, Oct 02, 2023
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ओवैसी की पार्टी ने किया दावा, कांग्रेस के पार्षदों की हुई थी डील, धोखा मिला तो गए वापिस 

  • Updated on 12/10/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अल्पसंख्यक नेता असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने शनिवार को दावा किया कि एमसीडी चुनाव हमारे लिए सकारात्मक नतीजे लाया है और सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि हम दिल्ली की राजनीति में मजलिस को राजनीतिक तौर पर स्थापित करने में कामयाब हुए हैं। 
      कलीमुल हफीज ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, अरविंद केजरीवाल दूसरी पार्टियों पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाते हैं, अब खुद क्या कर रहे हैं, अली मेंहदी और दो पार्षदों सहित पूरी मुस्तफाबाद कांग्रेस टीम को मेयर चुनाव के लिए खरीदा गया, अली मेहंदी को डिप्टी मेयर, एक पार्षद को जोन चेयरमैन बनाने की डील थी जो नाकाम हो गई। उन्होने बताना चाहिए आखिर दूसरी पार्टी के पार्षदों को क्या तोड़ा। चूंकि डील में धोखा हुआ इसलिए कांग्रेसी नेता वापस कांग्रेस जाने की बात कह रहे हैं, कांग्रेस क्या कार्रवाई कर रही है।
     उन्होने कहा, चुनाव में जो मुद्दे उठाए उससे बीजेपी और संघ परिवार की बी-टीम आम आदमी पार्टी को हम बेनकाब कर सके और नतीजतन तीन विधानसभा में ओखला, मुस्तफाबाद और सीलमपुर में आप का सफाया हुआ और हमें वोट मिले। उन्होने कहा, बेशक हम सीट न जीत पाए हों लेकिन ये संदेश गया नेता कि मुसलमानों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। आप और भाजपा एक जैसा बताते हुए उन्होने कहा, दोनों ही मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर चुप रहे।
      भाजपा की तरह आप ने  भी न तो मुसलमानों का नाम लिया, ना उनके मुद्दे उठाए, वोट मांगे। कलीमुल हाफिज ने कहा, हमने 15  उम्मदवार उतारे थे साट पर वोट मिले। मुस्तफाबाद विधानसभा में एक वार्ड में दूसरे नंबर पर आकर 8300 से ज्यादा वोट लिए जबकि चार जगह तीसरे नंबर पर रहे। ओखला के अबुलफजल में 5179, जाकिर नगर वार्ड में 6555 और जगतपुरी वार्ड पर 4200 से ज्यादा वोट हमें मिले। बृजपुरी में 7516, श्रीराम कॉलोनी में 5711 और सीलमपुर में 3400 से ज्यादा वोट मजलिस को मिले और हम चौथे नंबर पर रहे। 
 

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