Wednesday, May 31, 2023
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कभी कांग्रेस से होकर जुदा, प्रणब दा ने बनाई थी अलग पार्टी

  • Updated on 4/27/2016

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नई दिल्ली (टीम डिजिटल )। प्रणब मुखर्जी के बारे में कहा जाता है कि एक बार वह जो भी सुन या देख लेते हैं, वह कभी नहीं भूलते। प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के कद्दावर और वफादार नेताओं में से एक हैं। इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद राजीव गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार करने में प्रणब मुखर्जी की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।   

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हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि इंदिरा गांधी के विश्वसनीय प्रणब मुखर्जी के जीवन में ऐसा भी समय आया था, जब उन्हें कांग्रेस का दामन छोड़ना पड़ा था। दरअसल, राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री बने तो अपने करीबी लोगों के प्रभाव में आकर प्रणव मुखर्जी को पार्टी से निष्कासित दिया था, जिसके बाद प्रणब मुखर्जी ने खुद की पार्टी राष्ट्रीय समाजवादी कांग्रेस बनाई। 

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प्रणब मुखर्जी ने अपनी पुस्तक में खुलासा किया है कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद डरे हुए राजीव गांधी प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार नहीं थे। तब प्रणब मुखर्जी ने राजीव को तैयार किया यह कह कर कि हम सब आपके साथ हैं। हालांकि उस दौरान कहा गया कि प्रणब मुखर्जी खुद प्रधानमंत्री बनना चाहते थे।

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बाद में सोनिया गांधी को कांग्रेस प्रमुख बनवाने में भी प्रणब मुखर्जी का योगदान रहा। उस  हालांकि इस देश के बुद्धिजीवी मानते हैं कि प्रणब दा इस देश के प्रधानमंत्री होते तो देश को एक कुशल और योग्य प्रधानमंत्री मिलता।  

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बाद में राजीव गांधी से उनकी सुलह हो गई और उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में  कर लिया। प्रणब मुखर्जी मनमोहन के बाद सरकार के दूसरे बड़े नेता रहे। वे रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और लोकसभा में पार्टी के नेता भी रह चुके हैं।

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