Tuesday, Oct 03, 2023
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Night Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की 5 बड़ी खबरें

  • Updated on 5/9/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। आज सुबह से अब तक देश प्रदेश में कई बड़ी घटनाएं घटी हैं। अगर आप से भी मिस हो गई हैं अभी तक की ये Top खबरें तो पढ़ें हमारा क्विक न्यूज सेग्मेंट...

 

कोरोना महामारी से चल रही जंग में एक नई उम्मीद जगी है। विदेश जांच किट पर निर्भरता अब खत्म होगी और जांचे देसी किट से हुआ करेंगी। इससे न केवल जांच की रफ्तार बढ़ेगी, बल्कि रिजल्ट की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।कोरोना की जांच के लिए अब तक चीन से टेस्ट किट्स आयात की जा रही थी। चाहे रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट हो या फिर आरटी-पीसीआर टेस्ट किट, दूसरे देशों पर ही निर्भरता थी। इसी निर्भरता का फायदा लेते हुए चीन की कंपनी ने घटिया किट भारत को सप्लाई कर दी थी। इसकी जांच चल रही है लेकिन इससे एक सबक भी मिला। विदेश से खरीदी जाने वाली हर वस्तु गुणवत्तायुक्त हो, ऐसा जरूरी नहीं। इसलिए भारत में ही आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट के निर्माण को मंजूरी दी गई।

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 दिल्ली में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 हजार के पार पहुंच गया है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 69 बताया जा रहा है। जैसे-जैसे मामले बढ़ते जा रहे हैं वैसे ही मरने वालों की भी तादात बढ़ती जा रही है। हालात ऐसे हैं कि मरने वालों को अब कब्रिस्तान नसीब नहीं हो रहा है।

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 दिल्ली (delhi) में कोरोना के संक्रमण (corona virus) का आंकड़ा 6542 तक पहुंच चुका है और 68 लोग कोरोना के कारण जान गवां चुके हैं। मगर 4454 लोगों ने कोरोना के खिलाफ अपनी जंग जीत ली है। मगर सुरक्षा बल (security forces) लगातार कोरोना का आसान शिकार बनते जा रहे हैं। अभी तक 48 सुरक्षा कर्मी फर्ज निभाते हुए इस महामारी के संक्रमण का शिकार बन चुके हैं। लिहाजा एक-एक करके लाल घेरों में घिर चुकी दिल्ली के हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं।

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दुनियाभर के मेडिकल विशेषज्ञ और वैज्ञानिक कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। कुछ देश वैक्सीन बनाने का दावा भी कर चुके हैं लेकिन अभी उनका ट्रायल किया जाना बाकी है।

इसी बीच भारत में चेन्नई के एक डॉक्टर ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए बनाई गई दवा का खुद के ऊपर ही प्रयोग कर डाला, जिससे परिक्षण के दौरान ही उनकी मौत हो गई।  

कोरोना के लिए बनाई थी दवा लेकिन खुद पर ही किया टेस्ट, अस्पताल पहुंचते ही हुई डॉक्टर की मौत

 

कोरोना वायरस को रोकने और इसका इलाज खोजने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक, डॉक्टर्स और शोधकर्ता रिसर्च में लगे हुए हैं। इस बीच कोरोना वायरस की दवा के रूप में भारत में फेवीपिरवीर दवा का क्लिनिकल ट्रायल शुरू होने जा रहा है

इस बारे में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)  के डायरेक्‍टर जनरल शेखर मांडे ने फेवीपिरवीर दवा के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी है।

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