नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के ‘एकीकृत परीक्षण स्थल’ (आईटीआर) ने ‘यास’ चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा में स्थित चांदीपुर तथा अब्दुल कलाम द्वीप पर अपने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं।
मंगलवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के एक वैज्ञानिक ने आज यह बताया कि भद्रक जिले में धामरा और चांदबाली के बीच तूफान के तट पर पहुंचने की आशंका प्रबल है। चांदीपुर में डीआरडीओ के आईटीआर के तीन मिसाइल ‘लांच पैड’ हैं और अब्दुल कलाम द्वीप पर एक ‘लांच कॉम्प्लेक्स’ है।
इसके अतिरिक्त दो अलग अभियान नियंत्रण कक्ष तथा ‘ब्लॉक हाउस’ हैं। अधिकारी ने बताया कि द्वीप आईटीआर से 80 समुद्री मील (110 किलोमीटर) दूर स्थित है और इसके चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका अधिक है। सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण कक्ष और ब्लॉक हाउस को 400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं का सामना कर सकने के लिहाज से बनाया गया है।
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