Wednesday, Sep 27, 2023
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SGPC took up front in Delhi to connect Sikhs, opened treasury

एसजीपीसी ने सिखों को जोड़ने के लिए दिल्ली मेें संभाला मोर्चा, खोला खजाना

  • Updated on 4/23/2022

नई दिल्ली/सुनील पाण्डेय  : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) अब राजधानी दिल्ली में अपने सिख मिशन को पूरे जोर शोर से शुरू कर धर्म प्रचार का काम करेगा। इसके लिए एसजीपीसी ने एक बड़ा प्लेटफार्म तैयार किया है। साथ ही एक तीन सदस्यीय कमेटी भी बनाई है। इसकी कमान खुद एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने संभाली है। दिल्ली के सिखों को जोडऩे एवं उन्हें कौम के प्रति और ज्यादा समर्पित करने के लिए एसजीपीसी ने अपना खजाना भी खोल दिया है। साथ ही संकेत दिया है कि सालाना करीब 5 करोड़ रुपये धर्म प्रचार एवं बाकी चीजों पर खर्च किए जाएंगे।
 बता दें कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) के दिल्ली कमेटी में पिछले 12 सालों से सत्ता में आने के बाद एसजीपीसी की ओर से चल रहे सिख मिशन का कार्य ठप पड़ा था। दिल्ली में धर्म प्रचार का सारा कार्य दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कर रही थी। लेकिन, बदले सियासी समीकरणों एवं शिरोमण्ाि अकाली दल से जीते हुए कमेटी सदस्यों के द्वारा अपना अलग गुट बनाने के बाद अब एसजीपीसी ने दिल्ली में समानान्तर धर्म प्रचार शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए शुक्रवार को बाकायदा तीन सदस्यीय धर्म प्रचार कमेटी बनाई गई है। इसमें शिरोमणि कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क, दिल्ली कमेटी की सदस्य रंजीत कौर एवं सुखविंदर सिंह बब्बर शामिल किए गए हैं। इसके अलावा इसमें और भी कमेटी सदस्यों को जोडऩे की बात कही गई है। दिल्ली की संगतों को पंजाब के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन करवाने के लिए एसजपीसी ने दो अपनी बसें भेज दी हैं। इसके अलावा बड़े स्तर पर दिल्ली में धर्म प्रचार के तहत कीर्तन दरबार करवाए जाएंगे, जिसमें एसजीपीसी के रागी और प्रचारक भाग लेंगे। इसके साथ ही एसजपीसी स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान देगी। कमेटी दिल्ली की संगतों के लिए एमआरआई, एक्सरे, सहित कई मेडिकल सुविधाएं निशुल्क देने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही दिल्ली से अमृतसर जाने वाली संगतों के लिए कमरों की बुकिंग भी यहीं से होगी। कुल मिलाकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और शिरोमण गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी आमने-सामने आ गई है। सूत्रों के मुताबिक एसजीपीसी का एकमात्र लक्ष्य अपनी पार्टी के ज्यादा से ज्यादा सदस्यों केा घर वापसी करवाना है।
 सूत्रों के मुताबिक एसजपीसी अध्यक्ष धामी ने दिल्ली और उततर प्रदेश के मिशन का साढ़े 3 करोड़ का बजट निर्धारित किया है। इसके अलावा सवा करोड़ शताब्दी समारोह के लिए खर्च किया जा सकता है। इसलिए ये माना जा रहा है कि लगभग 5 करोड़ रुपये सालाना दिल्ली में खर्चने की नियत से धर्म प्रचार को लहर को प्रचंड करने का फैसला लिया गया है। एसजपीसी के द्वारा करवाए जाने वाले कीर्तन दरबारों के साथ ही अमृत संचार भी बड़े स्तर पर करवाया जाएगा। जिसके लिए बाकायदा दिल्ली सिख मिशन में और कर्मचारी भी अमृतसर से भेजा जा रहा है।  

अदालत के फैसले पर सभी की नजरें, हो सकता है 'खेला  
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 22 जनवरी को हुए आतंरिक चुनाव को लेकर अदालत में मामला पहुंचा है। शिरामणि अकाली दल (दिल्ली) के द्वारा दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है, अगली तारीख 7 मई की पड़ गई है। संभावना जताई जा रही है कि अदालत दोबारा चुनाव आंतरिक करवाने का आदेश दे सकती है। इस समय विरोधी पक्ष के पास 24 और सत्तापक्ष के पास 27 सदस्य हंै। लिहाजा, माना जा रहा है कि दो से तीन सदस्यों के क्रास वोटिंग करने से खेल बिगड़ सकता है। इसी बात को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एकाएक धर्म प्रचार की लहर को प्रचंड करने का फैसला लिया है। 
 

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