नई दिल्ली/टीम डिजिटल। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए गैर-भाजपा राजनीतिक दलों ने एकजुट होने की कवायद शुरू कर दी है। इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कई नेता मुलाकात कर रहे हैं। जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव कल सोनिया से मुलाकात करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह सोनिया गांधी से एक घंटे तक मुलाकात की थी। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी सोनिया से मुलाकात की थी। मालूम हुआ है कि सोनिया शीघ्र ही टैलीफोन पर राकांपा नेता शरद पवार से बात करेंगी।
सुषमा की मदद से डेनियल घर लाया पाकिस्तानी पत्नी
जुलाई में राष्ट्रपति पद के होने वाले चुनाव के लिए विपक्षी दलों के सांझे उम्मीदवार को खड़ा करने के मुद्दे पर बातचीत की जा रही है। यह चर्चा राष्ट्रपति पद के चुनाव बाद भी विपक्षी पार्टियों में एकता बनाए रखने के लिए होगी। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि नीतीश और येचुरी ने सोनिया को सूचित किया है कि बदली हुई परिस्थितियों के तहत तीसरा मोर्चा बनाना वांछनीय नहीं है। इन वार्ताओं में शामिल एक प्रमुख नेता ने कहा, ‘‘तीसरे मोर्चे का विचार अब खत्म हो गया है और समय की मांग है कि सभी समान विचारों वाली पाॢटयां अब एक छत के नीचे आ जाएं।’’
तीसरा मोर्चा पहली बार 1989 में जनता दल ने भ्रष्ट कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए गठित किया था। भाजपा और वामदलों ने उसे बाहर से समर्थन दिया। 1996 के दौरान भाजपा का मुकाबला करने के लिए एच.डी. देवेगौड़ा के तहत संयुक्त मोर्चा बनाया गया जिसे कांग्रेस ने बाहर से समर्थन दिया था दोनों प्रयास विफल रहे। अब समय है कि कांग्रेस पार्टी पहल कर समान विचारों वाली पार्टियां को एकजुट करे। माकपा, भाकपा, राकपा, जनता दल (यू), जनता दल (एस), द्रमुक और अन्य छोटी पार्टियां एक राष्ट्रीय विकल्प बनाने की इच्छुक हैं। ऐसी चर्चा है कि कांग्रेसनीत विपक्षी पार्टियो की एक औपचारिक बैठक मई में होगी और इस संबंध में जमीनी आधार बनाया गया है।
भारत और फ्रांस का साझा नौसैनिक अभ्यास शुरू
इसमें कोई शक नहीं कि शरद यादव का नाम राष्ट्रपति पद के लिए लिया जा रहा है। भाजपा ने अभी इस पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम को घोषित नहीं किया है। फिर भी विपक्षी पाॢटयां भाजपा से मुकाबला करने को आतुर हैं। शरद यादव के अलावा शरद पवार, ए.के. एंटनी और सुशील कुमार शिंदे के नामों पर भी चर्चा की जा रही है।
गैर-भाजपा पाॢटयां एकजुट होने की कोशिश कर रही हैं : शरद जनता दल (यू) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि गैर-भाजपा पार्टियां राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए एक सांझे उम्मीदवार के चयन पर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सांझा उम्मीदवार खड़ा करने के लिए गैर-भाजपा पार्टियो को एक साथ लाना आसान नहीं लेकिन इसके लिए अभी काफी समय है। चुनाव जुलाई में होना है। उन्होंने यह भी कहा कि ये पार्टियां एकजुट होने के बाद सांझे उम्मीदवार का फैसला करेंगी। अभी तक पार्टियो ने किसी नाम पर चर्चा शुरू नहीं की है।
RBI ने 1,514 शहरी सहकारी बैंकों के लिए 4 कदम उठाए
अंतरराष्ट्रीय रैफरी जगबीर बोले- महिला पहलवानों के प्रति बृजभूषण का...
उमर खालिद के जेल में 1000 दिन : समर्थन में जुटे बड़ी संख्या में लोग
PM मोदी की डिग्री पर केजरीवाल की पुनर्विचार याचिका हुई विचारार्थ...
CBI ने मणिपुर हिंसा की जांच के लिए SIT का किया गठन
भाजपा के लोग असुरों से कम नहीं : प्रोफेसर राम गोपाल यादव
केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आगामी AAP की 'महारैली' की तैयारियों में...
JNU परिसर में छात्राओं से छेड़छाड़, अपहरण की कोशिश के मामले में एक और...
सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों के पंजीकरण के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया के...
दिल्ली पुलिस जांच के लिए महिला पहलवान को ले गई बृजभूषण के दिल्ली...